नवल प्रभात
डॉ.आशा आजाद ‘कृति’कोरबा (छत्तीसगढ़)**************************************** इस विरहन का प्रीत हो, इस धड़कन की आस हो।व्याकुल निर्झर मन कहे, मेरा तुम विश्वास हो॥ अंतस मन की ज्योत तुम, तुम ही नवल प्रभात है।जीवन का उजियार तुम, तुमसे ही दिन अरु रात है॥ धड़क रहा जो नित्य ही, इस प्रियसी की श्वाँस हो।नीर नयन की धार तुम, प्रियवर … Read more