कोरी पुस्तक हूँ…
उर्मिला कुमारी ‘साईप्रीत’कटनी (मध्यप्रदेश )********************************************** एक कोरी पुस्तक हूँ मैं, निश्छल साफ सुथरी हूँ मैं…,अनेक दर्द को समेटकर, खुद को संभालती हूँ मैं।हाँ, एक पुस्तक हूँ मैं… जीवन में संघर्ष करते हुए, इस पथ पर बढ़ती हूँ मैं…,जीवन के अपने तमाम, पन्नों को छिपाती फिरती हूँ मैं।हाँ, एक पुस्तक हूँ मैं…। रंग-बिरंगी सी हसीन वादियों … Read more