शराब…करे ख़राब
निर्मल कुमार जैन ‘नीर’ उदयपुर (राजस्थान) ************************************************************ बिगड़ी दशा- जब से पी मदिरा, हो गया नशाl यह शराब- सबका ही जीवन, करे ख़राबl पी सोमरस- कहीं हो मत जाना, यों मदहोशl बुरी आदत- किसी को नहीं लगे, दारू की लतl दिन या रैन- मत पीयो शराब, आता न चैनl परिचय–निर्मल कुमार जैन का साहित्यिक उपनाम … Read more