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सफलता के लिए सहनशीलता आवश्यक

इंदु भूषण बाली ‘परवाज़ मनावरी’
ज्यौड़ियां(जम्मू कश्मीर)

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सफलता एक लम्बी दौड़ है और लम्बी दौड़ के नियमानुसार संतुलित दौड़ने वाला प्रतिभागी ही विजयी होता है। सामाजिक सफलता के लिए इसी संतुलन को सहनशीलता की संज्ञा दी गई है।
शीघ्रता में आगे दौड़ व पीछे चौड़ हो जाता है,और जम्मू-कश्मीर में तो यूँ भी आपरेशन सद्भावना के बाद जबसे आल आऊट का सिद्धांत लागू हुआ है,तबसे आज़ादी मांगने वालों को तुरंत आज़ाद कर दिया जाता है।
अब धीरे-धीरे शीघ्र सफलता प्राप्त करने वालों को समझ आ रहा है कि,सहनशीलता क्यों आवश्यक है ? सहनशीलता क्यों कर आवश्यक है ? इसका ज्ञान कश्मीरी नेताओं को भी आ गया है। अब वह तिरंगे का सम्मान भी करने लगे हैं। यही नहीं,वह तो सारा जाता देखकर आधा लीजिए बांट के सिद्धांत पर भी गहन अध्ययन एवं विचार-विमर्श कर रहे हैं।
सत्य तो यह है कि जबसे भारत ने बालाकोट एयर स्ट्राइक कर पाकिस्तान के दांत खट्टे किए हैं,तबसे आतंकवादी भी भारत की सहनशीलता के नाम से थरथराने लगे हैं।
अतः इसी सहनशीलता व सहनशक्ति का प्रताप है कि,चीन ने भारत से युद्ध लड़ने के स्थान पर पीछे हटने में ही अपनी बुद्धिमानी समझी। जो भारत की सफलता का प्रतीक बन विश्व विख्यात हुई है। इन्हीं आधारों के कारण ‘सहनशीलता’ को ‘सफलता’ के लिए ‘आवश्यक’ माना गया है।

परिचय–इंदु भूषण बाली का साहित्यिक उपनाम `परवाज़ मनावरी`हैL इनकी जन्म तारीख २० सितम्बर १९६२ एवं जन्म स्थान-मनावर(वर्तमान पाकिस्तान में)हैL वर्तमान और स्थाई निवास तहसील ज्यौड़ियां,जिला-जम्मू(जम्मू कश्मीर)हैL राज्य जम्मू-कश्मीर के श्री बाली की शिक्षा-पी.यू.सी. और शिरोमणि हैL कार्यक्षेत्र में विभिन्न चुनौतियों से लड़ना व आलोचना है,हालाँकि एसएसबी विभाग से सेवानिवृत्त हैंL सामाजिक गतिविधि के अंतर्गत आप पत्रकार,समाजसेवक, लेखक एवं भारत के राष्ट्रपति पद के पूर्व प्रत्याशी रहे हैंL आपकी लेखन विधा-लघुकथा,ग़ज़ल,लेख,व्यंग्य और आलोचना इत्यादि हैL प्रकाशन में आपके खाते में ७ पुस्तकें(व्हेयर इज कांस्टिट्यूशन ? लॉ एन्ड जस्टिस ?(अंग्रेजी),कड़वे सच,मुझे न्याय दो(हिंदी) तथा डोगरी में फिट्’टे मुँह तुंदा आदि)हैंL कई अख़बारों में आपकी रचनाएं प्रकाशित हैंL लेखन के लिए कुछ सम्मान भी प्राप्त कर चुके हैंL अपने जीवन में विशेष उपलब्धि-अनंत मानने वाले परवाज़ मनावरी की लेखनी का उद्देश्य-भ्रष्टाचार से मुक्ति हैL प्रेरणा पुंज-राष्ट्रभक्ति है तो विशेषज्ञता-संविधानिक संघर्ष एवं राष्ट्रप्रेम में जीवन समर्पित है।

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