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नए वर्ष के नए संकल्प

राजेश पुरोहित
झालावाड़(राजस्थान)
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लो आ गया नूतन वर्ष,दिल से करें सभी दो हज़ार बीस का अभिनन्दन। ठिठुरती ठंड में गरीबों को कम्बल बांटते समाजसेवी नेताओं की सोशल मीडिया पर सेल्फी दिखने लगी। कहीं मोमबत्ती जलाकर बेटी की तस्वीर को लिए शहर में `बेटी बचाओ` के नारे लगाता जनसमूह दिखाई देता है। जीएसटी,धारा ३७०, भारत-पाक रिश्ते,आतंकवाद की समाप्ति,देश में अमन-चैन,मोदी जी विश्व मे सिरमौर नेता बने आदि खबरों से सजे अखबार हाथों में थामें देश के बुजुर्गों की प्यारी-सी मुस्कराहट देखते ही बनती है।
गांव-गांव भागवत कथा के आयोजन होने लगे। धार्मिक सदभावना अच्छी हो गई। `नया भारत` पूरा डिजिटल हो गया। ग्राम के जन भी ऑनलाइन को समझने लगे। एंड्रॉयड इस्तेमाल करते हैं। गांव की महिलाएं इंटरनेट चलाती है। बैंक से लेन-देन करने लगी है। सचमुच मेरा देश बदल गया,`अच्छे दिन` आ गए।
घर-घर योग करते लोग,सुबह-सुबह सूने उद्यानों की रौनक लौटा दी योग करने वालों ने। बाबा रामदेव योग आसन ही नहीं,उनकी पतंजलि के उत्पाद घर-घर पसंद किए जा रहे हैं। लोग एलोपैथी को भूल आयुर्वेद अपनाने लगे।
चैनलों की कमी नहीं थी,फिर भी यू ट्यूब चैनल की भरमार। हर कोई समाचार बोलता-लिखता। पल में सारा आँखों-देखा हाल विश्व के किसी भी कोने में पहुँच जाता। संचार क्रांति की गति वायु से तेज हुई।
स्वच्छता की कहूँ तो रेलवे स्टेशन,बस स्टैण्ड सारे साफ दिखाई देने लगे। विद्यालय में साफ-सफाई कार्यालयों की नई इमारत बहुत सुंदर बन गई।
आओ देश के विकास के लिए कुछ योगदान करने का नया साल में संकल्प करें। देश में गौ माता की सुनने वाला कोई नहीं। आज भी सड़कों पर असंख्य गौ धन भटक रहा है। असमय उनकी मौत हो रही है। पॉलीथिन-प्लास्टिक पर रोक लगे। तभी मूक पशुओं को बचाया जा सकेगा।
पिछले वर्ष दिल्ली पर काले धुंए का आवरण ढंक गया। प्रदूषण बढ़ता जा रहा है। इसे हमें रोकना है। नये साल में संकल्प करें-सायकल चलाने का पर्यावरण बचाने का। हमारी पवित्र पूजनीय नदियाँ गंगा मैया जमुना मैया प्रदूषित हो रही है। नर्मदा साफ करने हेतु `नमामि गंगे` अभियान चलाया। इन नदियों में प्रदूषण न फैलाये। नदी के सभी घाट साफ रहें।
हमारी नई पीढ़ियों को मोबाइल हाथ में लेकर दिन- रात चलाने की आदत में सुधार लाने की जरूरत है। शारीरिक खेल बच्चे अब नहीं खेलते। इसलिए कृशकाय दिखते हैं। नव वर्ष में कुछ तो नया करें आओ नये भारत का निर्माण करें।

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