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सम्मान सबका कीजिए

मदन गोपाल शाक्य ‘प्रकाश’
फर्रुखाबाद (उत्तर प्रदेश)
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अच्छी शिक्षा लीजिए,
सबका आदर कीजिए।

सम्मान पाने के लिए,
सम्मान सबका कीजिए।

दीन-दुखियों को सहारा,
जीवन में निश्चय करारा।

प्रेम की हो सोच मन में,
आए न ही क्रोध मन में‌।

है मान सबको दीजिए,
अभिमान न तू कीजिए।

सम्मान पाने के लिए,
सम्मान सबका कीजिए।

वासना मन की छोड़कर,
अभिमान मन का तोड़कर।

सद विचार मन में भांपकर,
वाणी बोलो सदा माप कर।

दिल को स्वच्छ कीजिए,
अज्ञानता तज दीजिए।

सम्मान पाने के लिए,
सम्मान सबका कीजिए॥

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