नवरूपा माँ छम-छम आना

सुखमिला अग्रवाल ‘भूमिजा’मुम्बई(महाराष्ट्र)********************************************* नवरात्र विशेष…… नौ दुर्गा रूपा नौरात्रा आया,भवन माँ का भव्य सजायाघर-घर जोत जगे मैया की,शेरा वाली,करें जगराता। प्रथम कालरात्री भवानी,आदि शक्ति जग कल्याणीसुख शान्ति वैभव लाए,है माँ कृपा बरसाने वाली। ब्रह्मचारिणी दूजी कहाए,निर्धन को धनवान बनाएखाली झोली वो भर देती,शैल पुत्री माँ शेरा वाली। तृतीया माँ विन्ध्यवासिनी,नैनों में करूणा,हाथों में मेहन्दीचौथे माता … Read more

फ़र्ज निभाओ

रेणू अग्रवालहैदराबाद(तेलंगाना)************************************ मर मिटे माँ-बाप फ़र्ज़ पर अपने,बेटा करे पूरे सिर्फ़ बीवी के सपने।ये कैसी दुनियादारी इस जहान में,ब्याहते बेटी माँ-बाप माला जपने॥ माता-पिता करे वो फ़र्ज़ कहाता है,बेटा ख़र्च करे तो एहसान जताता है।बुज़ुर्ग माँ-बाप को बीवी के कहने से,वही प्यारा बेटा वृद्धाश्रम छोड़ आता है॥ हम जिस समाज में रहते हैं,उसके प्रति कर्तव्य … Read more

सावन मास निराला

रेणू अग्रवालहैदराबाद(तेलंगाना)************************************ सावन आता है बहार लेकर,फ़ूल ख़िलते गुलज़ार बनकर।रँग-बिरंगी फ़िज़ा हो जाती-आती बारिश भी ख़ूब छनकर॥ गया पूरा महीना शिव पूजन में,कावड़िये चले हो मगन भजन में।दूर नंगे पाँव चले थकते नहीं-भक्ति शक्ति संग सजन लिए॥ ख़ुश करो शिव को मांगो वरदान,पति मिले जैसे हो भगवान।माँ जगदम्बे की पूजा नित करिए-अब तो जान ए … Read more

खुशियों का संसार हमारे हाथों में

ओम अग्रवाल ‘बबुआ’ मुंबई(महाराष्ट्र) ****************************************************************** `कोरोना` का क्यूँ कर रोना,उपचार हमारे हाथों में, रक्षा और सुरक्षा का,अधिकार हमारे हाथों में। तन से तन की दूरी रक्खें,और स्वच्छता खूब रहे- हम चाहें तो खुशियों का,संसार हमारे हाथों में॥ परिचय-ओमप्रकाश अग्रवाल का साहित्यिक उपनाम ‘बबुआ’ है।आप लगभग सभी विधाओं (गीत, ग़ज़ल, दोहा, चौपाई, छंद आदि) में लिखते … Read more

विधाता का पश्चाताप

ओम अग्रवाल ‘बबुआ’ मुंबई(महाराष्ट्र) ****************************************************************** इक दिन मिला विधाता मुझको लिये हाथ में झोला, और लरजते अधरों से वो धीरे से यूँ बोला। जीवन में हैं कष्ट अनेक ताप और संताप बहुत है, अच्छे कर्म कहाँ मिलते हैं जग में अब तो पाप बहुत हैं। मैं यूँ बोला प्रभुवर तुम तो जग के भाग्य विधाता … Read more