कठिन रास्तों की चढ़ाई…
वकील कुशवाहा आकाश महेशपुरीकुशीनगर(उत्तर प्रदेश) ******************************************** कठिन रास्तों की चढ़ाई से डर के,रहोगे नहीं तुम इधर या उधर के। वही देश को अब चलाते हैं यारों,जो मसले किये हल नहीं अपने घर के। बहुत जल्द ही भूल जाती है दुनिया,अमर कौन होता यहाँ यार मर के। सिसकता दिखा आज फिर से बुढ़ापा,समेटे हुए दर्द को उम्र … Read more