खुशियाँ ले गई मेरी
अख्तर अली शाह `अनन्त`नीमच (मध्यप्रदेश) **************************************************************** जिंदगी में आग भर गई,मुझको वो तबाह कर गई।खुशियाँ बाढ़ ले गयी मेरी,सारी हसरतें भी मर गईll मेघ ऐसे बरसे टूटकर,हो गया था सब इधर-उधर।हर तरफ था पानी-पानी बस,बरखा ढा गई थी वो कहरllयाद तबाही है आज तक,जिन्दगी में गम वो भर गई।खुशियाँ बाढ़ ले गई मेरी,सारी हसरतें भी … Read more