खुशियाँ ले गई मेरी

अख्तर अली शाह `अनन्त`नीमच (मध्यप्रदेश) **************************************************************** जिंदगी में आग भर गई,मुझको वो तबाह कर गई।खुशियाँ बाढ़ ले गयी मेरी,सारी हसरतें भी मर गईll मेघ ऐसे बरसे टूटकर,हो गया था सब इधर-उधर।हर तरफ था पानी-पानी बस,बरखा ढा गई थी वो कहरllयाद तबाही है आज तक,जिन्दगी में गम वो भर गई।खुशियाँ बाढ़ ले गई मेरी,सारी हसरतें भी … Read more

प्रिय की प्रीत निभाना है

अख्तर अली शाह `अनन्त`नीमच (मध्यप्रदेश) **************************************************************** प्रिये उठाओ साज पुनः तुम,सरगम नया सजाना है।सपनों का संसार हकीकत,की धरती पर लाना है॥प्रिय की प्रीत निभाना है,गीत मिलन के गाना है॥ अधरामृत से अधर अछूते,सावन देखो बीत गया।बीत गया मनहर मौसम ये,रीता उर संगीत गया॥इसीलिए अब शुष्क हृदय में,आओ प्यार जगा लें हम।सपनों को नूतन रंगों से,मिल … Read more

विद्यालय जरूरी

अख्तर अली शाह `अनन्त`नीमच (मध्यप्रदेश) **************************************************************** जिंदगी संवारने को,विद्यालय जरूरी है,डिजिटल शिक्षा बीज,लोगों मत बोइये।खेलकूद राजनीति,संगठन कहाँ वहां,सर्वांगीण उन्नति से हाथ मत धोइयेllपाठशाला यज्ञशाला,भूल ना जाइये इसे,जिंदगी से आप कभी,ना विमुख होइये।गुरु चरणों में बैठ,शिष्य सच जान सके,मत ऐसे प्राप्त कोई,अवसर खोइयेll

जीवन पटरी पर लाना है

अख्तर अली शाह `अनन्त`नीमच (मध्यप्रदेश) **************************************************************** लंबे समय की तालाबंदी,कभी नहीं हितकारी लोगों।हो समाज या देश सभी को,पड़ जाती है भारी लोगों॥ इसीलिए अब बना योजना,कारोबार बढ़ाएंगे हम।पेट भराई सबकी ही हो,एसे कदम उठाएंगे हम॥ जीवन पटरी पर लाना है,पर धीरे-धीरे ये होगा।कता कताया फिर कपास हो,जाएगा वरना जो भोगा॥ इस हेतु अब क्षेत्र हमारे,तीन … Read more

मानवता पर क्रूर वार

अख्तर अली शाह `अनन्त` नीमच (मध्यप्रदेश) **************************************************************** जूझ रही जब दुनिया सारी, ‘कोरोना’ की बीमारी से। आर्थिक प्रतिबंध ऐसे में, मानवता पर क्रूर वार हैं॥ एक सूत्र में दुनिया सारी, बंधी हुई है सभी जानते। मानवता के रक्षक हैं जो, जग सारा परिवार मानते। नहीं एक राष्ट्र का दुःख जब, दामन सारे तार-तार हैं। आर्थिक … Read more

हार मत जाईये

अख्तर अली शाह `अनन्त` नीमच (मध्यप्रदेश) **************************************************************** `कोरोना` को हिम्मत से,अंगूठा दिखाना यदि, कसके कमर रखें,हार मत जाईये। आड़े हाथों लेना यदि,अपने विरोधियों को, पार कठिनाई पर,हँस कर पाईयेll गिरना है नजरों से,तुमको समाज की तो, झुंड बना-बना कर,खूब बतियाईये। दूसरे बीमार हैं तो,हम तो बीमार नहीं, ये `अनंत` सोच कर,खुशियां मनाईयेll

बेटा है द्वार तरक्की का

अख्तर अली शाह `अनन्त` नीमच (मध्यप्रदेश) **************************************************************** बेटा है द्वार तरक्की का, मधुऋतु है ये मधुशाला है। जो जीवन करता आनंदित, बेटा फूलों की माला हैll है स्वर्ण भरा घट बेटा तो, वृद्धावस्था की लाठी है। संबल घर का जो पल-पल का, सुख-सपनों का सहपाठी हैll बोझा घर का जो ढोता है, विचलित जो तनिक … Read more