प्रणय गीत

अनुराधा पाण्डेयनई दिल्ली***************************** काव्य संग्रह हम और तुम से….. नैन भर बस बोलते थे,पावनी थी प्रीत कितनी ?मौन हम भी,मौन तुम भी॥ एक-दूजे को बसाए,नित रहे द्वय धड़कनों में।कल कहेंगे,कल कहेंगे,रह गए हम उलझनों में।अंत तक पर बँध न पाई,देह परिणय बंधनों में।अन्य ने कर जब गहा था,थी घड़ी विपरीत कितनी ?मौन हम भी,मौन तुम … Read more

बेकाम रुपए-पैसे

डॉ.अनुराधा शर्माइंदौर(मध्यप्रदेश)****************************************** काव्य संग्रह हम और तुम से… ज़ेहन के खाली घर में,तुम आ बसी हो ऐसे,खुशबू-ए-रातरानी,मदहोश महकती हो जैसे। परछाई पुतलियों में,नज़रों की नज़र-बंदी,पलकों को खोल पल को,जाओगी बोलो कैसे ? अब्रों के नरम अर्श में,बर्फ़ गर्म चमकी,ज़ुल्फों की काली शब में,तारों की मांग तैसे। मोजों का समंदर मैं,चेहरा तेरा पूनम-सा,है ज्वार मोहब्बत का,हुस्नो-शबाब … Read more

उसूल

डॉ.अनुराधा शर्मा,इंदौर(मध्यप्रदेश)****************************************** उसूल ये है,के जो हक है बस वही कहिए,मेरी खता को भी तकसीरे आग ही कहिए। खुदा गवाह बहुत दिन जिये हैं दुनिया में,मगर वो बात न थी जिसको जिंदगी कहिए। तबाह हो गए लेकिन जुबाँ नहीं खोली,अब इसको सब्र समझिए कि बेबसी कहिए। चिराग जलते रहें और ना सूझे हाथ को हाथ,अंधेरे … Read more