प्रणय गीत
अनुराधा पाण्डेयनई दिल्ली***************************** काव्य संग्रह हम और तुम से….. नैन भर बस बोलते थे,पावनी थी प्रीत कितनी ?मौन हम भी,मौन तुम भी॥ एक-दूजे को बसाए,नित रहे द्वय धड़कनों में।कल कहेंगे,कल कहेंगे,रह गए हम उलझनों में।अंत तक पर बँध न पाई,देह परिणय बंधनों में।अन्य ने कर जब गहा था,थी घड़ी विपरीत कितनी ?मौन हम भी,मौन तुम … Read more