बच्चे तो आखिर बच्चे
रीता अरोड़ा ‘जय हिन्द हाथरसी’ दिल्ली(भारत) ************************************************************ विश्व बाल दिवस स्पर्धा विशेष……….. बच्चे तो आखिर बच्चे होते हैं, थोड़े नटखट,थोड़े चंचल होते हैं। बात हमेशा ये सच्ची ही करते, झूठ,फरेब और नहीं,धोखा करते। चुलबुली और प्यारी बातें करते, बच्चों से घर-आँगन महका करते। हो-हल्ला व धमाचौकड़ी मचाते, सबकी नकल और एक्टिंग करते। दादी-दादा का मन … Read more