ये तो सारा जहान है
डॉ. आशुतोषगुरुग्राम(हरियाणा)*********************************** घर-परिवार स्पर्धा विशेष…… अपने से ज्यादा प्यार करती हूँ अपने परिवार से,कभी अलग न हों,हम अपने घर-बार से। मेरे भाई-बहन हैं चार,जीवन में कभी न हो इनकी हार। हर जन्म में मांगूं,मैं इनका साथ,सच हो जाए बस,ये मेरी बात। मात-पिता का सिर,पर हमेशा हाथ रहे,बस अपने परिवार का,सदा ही साथ रहे। बस प्रेम … Read more