साहित्य संगम ने दिया १२ रचनाकारों को `हिदी साधक` सम्मान

  दिल्ली l साहित्य संगम संस्थान(दिल्ली) द्वारा २५ से ३१ अक्टूबर २०१९ तक `एक खत हिंदी के उत्थान पर` पत्र लिखकर कार्यक्रम को सफल बनाने वाले प्रतिभागियों को हिंदी साधक सम्मान से नवाजा गया है। इस समारोह के मुख्य अतिथि राजस्थान के राजेश कुमार शर्मा `पुरोहित` रहेl कार्यक्रम संयोजक नवीन कुमार भट्ट `नीर` ने बताया … Read more

लोकतंत्र में मतदाता की भूमिका

शम्भूप्रसाद भट्ट `स्नेहिल’ पौड़ी(उत्तराखंड) ************************************************************** कहते हैं कि “लोकतंत्रीय शासन व्यवस्था अंतर्गत मतदाता देश का भाग्य विधाता होता है।” मतदाता के मत की शक्ति का आंकलन तब अत्यंत महत्वपूर्ण हो जाता है,जब किसी प्रत्याशी को एक-एक मत की प्राप्ति या अप्राप्ति के कारण जीत या हार का सामना करना पड़ता है। इसलिए,कहा जा सकता है … Read more

भू तू बड़ी महान

नवीन कुमार भट्ट नीर मझगवाँ(मध्यप्रदेश)  ************************************************************* विश्व धरा दिवस स्पर्धा विशेष……… पावन धरती मात को,है वंदन बारम्बार। गौरव की गाथा लिखी,गूँजे जय जयकारll धरती माँ के गोद से,निकली सीता मात। तेरी कथा अटूट है,दिन चाहे हो रातll हरियाली साड़ी पहन,धरती गाती गीत। नदियाँ झरने कूप को,यही दिलाती जीतll ममता का सागर भरा,कभी न करती क्रोध। गलती … Read more

चुनावों में युवाओं की महती भूमिका

शम्भूप्रसाद भट्ट `स्नेहिल’ पौड़ी(उत्तराखंड) ************************************************************** युवा देश का स्वर्णिम भविष्य होता है। सबसे बड़ी प्रसन्नता इस बात की है कि हाल में लिए गये आंकड़ों के अनुसार भारत विश्वभर में युवाओं की दृष्टि से सबसे समृद्ध देश है। युवाओं का प्रभाव तथा उनकी देश में बाहुल्यता समृद्ध भविष्य की ओर संकेत है,लेकिन यह युवाओं के … Read more

यूँ मने होली

डॉ.गोपाल कृष्‍ण भट्ट ‘आकुल’  महापुरा(राजस्‍थान) *************************************************************************************** (रचना शिल्प:मापनी-२१२२ २१२२ २१२२ २१२ ,पदांत-का डर न हो,समांत-अने) रंग होली में लगें यूँ भीगने का डर न होl भंग होली में पियें पर डूबने का डर न होl औपचारिकता लगे होली नहीं ऐसी मने, रंग में ना भंग हो संग छूटने का डर न होl चंग ढोलक ताल … Read more

होली है

शम्भूप्रसाद भट्ट `स्नेहिल’ पौड़ी(उत्तराखंड) ************************************************************** फाल्गुन प्यारा आया रे,कि खेलते होली हैं बृज की, क्योंकि बसंत बहार है। बृज की जो होली कृष्ण ने खेली, रास रची लीला सभी गोपी चेली। मथुरा के वासी भी,कि प्यार से खेलते होली; क्योंकि बसंत बहार है॥ देवदूत प्रह्लाद नाम है जिसका, मारने के बहाने से जल गई होलिका। … Read more

जीवन को आसान किया है

डॉ.गोपाल कृष्‍ण भट्ट ‘आकुल’  महापुरा(राजस्‍थान) *************************************************************************************** नारी ने पुरुषों के जीवन को,आसान किया है, जीवन रूपी हवन कुण्‍ड में नित बलिदान किया है। नारी ने पुरुषों के जीवन को…॥ इतिहास उठायें,देखें नारी ने है,शौर्य दिखाया, कैकेयी,लक्ष्‍मीबाई,पद्मिनी से अरि थर्राया। जितना पुरुष समर्थ है नारी,नहीं किसी से कम अब, बीत गया वह समय आज,नारी में भी … Read more