सदा धर्म निभाना

भुवन बिष्ट रानीखेत (उत्तराखंड)******************************** रक्षाबंधन पर्व विशेष……….. आज लिखो कल भूल न जाना,सच्चे भ्राता बन सदा धर्म निभाना।कहीं न अस्मत लूटे धरा पर,अबला न हो कोई बहिन धरा पर॥पावन रक्षा के धागे से,बहे मानवता पावनता धरा पर।हर नारी को मिले सम्मान सदा,ऐसी ही झलक सब दिखलाना॥भारत भू की हर बहना की,सब रक्षा को अब आगे … Read more

कर न सके दीदार…

हरीश बिष्ट अल्मोड़ा (उत्तराखण्ड) ******************************************************************************** दिल से दिल के प्यार का,कर न सके दीदार। जी भर अपने यार का,कर न सके दीदार॥ मन में थी सूरत बसी,होंठों पर था नाम। प्यार भरे मनुहार का,कर न सके दीदार॥ जब तक थे हम साथ में,कर न सके तब बात। खुशियों के संसार का,कर न सके दीदार॥ मन … Read more

पानी

हरीश बिष्ट अल्मोड़ा (उत्तराखण्ड) ******************************************************************************** पानी बिन सूखा पड़े,बरसे तो ले डूब। कैसी रचना रच रहा,प्रभु ही जाने खूब॥ प्रभु ही जाने खूब,ईश की महिमा न्यारी। सबके पालन हार,वही है जगत मुरारी॥ कहे कवि हरी सिंह,सभी हैं हम अज्ञानी। दया करो हे नाथ,हुआ सब पानी-पानी॥ पानी ये अनमोल है,देता जीवन दान। व्यर्थ बहाना छोड़ दो,कहना … Read more

प्रहरी

हरीश बिष्ट अल्मोड़ा (उत्तराखण्ड) ******************************************************************************** सैनिक प्रहरी देश के,सबको उन पर मान। कांधे पर बन्दूक है,धरे हथेली जान॥ दुश्मन बैठा सामने,करता है प्रतिघात। रक्षा करते देश की,रहते सीना तान॥ रक्षा करते देश की,निभा रहे हैं फर्ज। देशवासियों पर सदा,उनका है ये कर्ज॥ प्रहरी बनकर देश के,रक्षा करते वीर। मान धरें उनका सभी,करता हूँ मैं अर्जll … Read more

शहीदों को नमन

हरीश बिष्ट अल्मोड़ा (उत्तराखण्ड) ******************************************************************************** कारगिल विजय दिवस स्पर्धा विशेष………. सलामत हैं सभी हम आज,शहीदों की बदौलत से, सब कुछ जिन्होंने अपना,वतन पे कुर्बान कर दिया। कोटि-कोटि नमन शहीदों को मेरा, आज उनकी बदौलत जी रहे हम सभी सोचा ना समझा हँसते-हँसते चल दिये, मौत की राह पर इस वतन के लिए न डर,थी कोई … Read more

जय माता दी

हरीश बिष्ट अल्मोड़ा (उत्तराखण्ड) ******************************************************************************** माता को नमन कर, चरणों में शीश धर। माता का आशीष पा के, खुशियां मनाइये॥ ज्ञान का भण्डार देगी, खुशियां अपार देगी। सपने साकार कर, जिन्दगी सजाइये॥ माँ तो हंसवाहिनी है, बड़ी कृपा दायनी है। ज्ञान का भण्डार भरे, दर पे तो आइये॥ माता का आशीष मिले, खुशियों के पुष्प … Read more

आराधना

हरीश बिष्ट अल्मोड़ा (उत्तराखण्ड) ******************************************************************************** मन को बना के धाम, जपो सभी राम नाम। हाथ जोड़ प्रभु जी की, आराधना कीजिएll मन को मिले आराम, तन के भी आये काम। सच्चे भाव से ही सदा, प्रभु नाम लीजिएll तन-मन शुद्ध कर, स्वच्छ ही विचार धर। शालीन व्यवहार से, सेवा-भाव दीजिएll भक्ति-भाव से सत्काम, करते हैं … Read more

कामना

हरीश बिष्ट अल्मोड़ा (उत्तराखण्ड) ******************************************************************************** मन में भक्ति भावना, सर्वहित की कामना। जनहित के भाव ये, मन में जगाइये।। आचरण में शुद्धता, मन में कटिबद्धता। रोज-रोज भाव यह, आचरण में लाइये।। स्वार्थ अपना त्याग दो, सौहार्द का राग दो। कार्य जनहित में हो, भाव ये फैलाइये।। दूजों के सहाय बनो, सेवार्थ की राह चुनो। प्रार्थना … Read more

सीमा

हरीश बिष्ट अल्मोड़ा (उत्तराखण्ड) ******************************************************************************** सीमाओं के भीतर रहकर, अपने कार्य करते जाओ मंजिल का रख ध्यान सदा, तुम आगे ही बढ़ते जाओ। जीवन में मेहनत करने की, होती नहीं है कोई सीमा चले सत्य के साथ सदा जो, उन्हें रोक सके ना कोई सीमा। पर कभी-कभी तुम सीमाओं से, बाहर जाना भी सीखो बाहर … Read more