एहसास
उमेशचन्द यादव बलिया (उत्तरप्रदेश) *************************************************** सोचा था एक होंगे हम,यही सोच लिए जा रहा हूँ, सदभाव तो आदत है मेरी,यही मैं जिए जा रहा हूँ। जाना था कहीं,कहीं और चले जा रहा हूँ, तेरे हिस्से का गम भी,लिए जा रहा हूँ। जिंदगी ये तेरे बगैर जिए जा रहा हूँ, लग रहा है कोई अपराध किए … Read more