मेरी स्वप्ननिशा तनु
जीवनदान चारण ‘अबोध’ पोकरण(राजस्थान) ******************************** काव्य संग्रह हम और तुम से…. मेरी जीत-मेरी हार है तू,और मेरी जिंदगी का उपकार है तू!मेरे दिल के सागर का किनारा है तू,अनजाने ख्वाबों की हकीकत है तू!! अब तो आँखों को आँसू से मोहब्बत होने लगी है,सुनसान रातों में भी मेरी बातेंगहराईयों में उतरने लगी है!! तू मेरी है मैं तुझसे,प्रीत … Read more