मेरी स्वप्ननिशा तनु

जीवनदान चारण ‘अबोध’  पोकरण(राजस्थान) ******************************** काव्य संग्रह हम और तुम से…. मेरी जीत-मेरी हार है तू,और मेरी जिंदगी का उपकार है तू!मेरे दिल के सागर का किनारा है तू,अनजाने ख्वाबों की हकीकत है तू!! अब तो आँखों को आँसू से मोहब्बत होने लगी है,सुनसान रातों में भी मेरी बातेंगहराईयों में उतरने लगी है!! तू मेरी है मैं तुझसे,प्रीत … Read more

कटिबद्ध कुटुंब,कृतज्ञ राष्ट्र

जीवनदान चारण ‘अबोध’   पोकरण(राजस्थान)  ****************************************************************** सामाजिक सम्बन्ध और दूरी स्पर्धा विशेष……….. मानवता की महासदी में,काल बना है ‘कोरोना’, माँ भारती तेरे चरणों में,अब चीनी त्रासदी रोको ना। वुहान शहर से निकला विषाणु,संकट बना है विश्व का, चीन जला अमेरिका जला,इंग्लैंड स्पेन इटली जला। केरल तट से हुई घुसपैठ,हर लिया सुख भारत का, सुनसान पथों पर विचरण करते,द्विजों … Read more

हिन्द का गणतंत्रीय उपहार

जीवनदान चारण ‘अबोध’   पोकरण(राजस्थान)  ****************************************************************** गणतंत्र दिवस स्पर्धा विशेष……… समृद्ध भारत महान है, गणतंत्र भारत महान हैl सर्व-धर्म समभाव सदा से, भारत की पहचानl हिमगिरि से सागर तक गूंजे, भारत का जय-गानll हम भारत के वीर सिपाही, आगे बढ़ते जाएंगेl अपने साहस,शौर्य से, भारत का मान बढ़ाएंगेll आतंकवादी अवसरवादी, आने से टकराते हैंl आ गए मेरी … Read more

स्मरण शिखर के संघर्ष का

जीवनदान चारण ‘अबोध’   पोकरण(राजस्थान)  ****************************************************************** कारगिल विजय दिवस स्पर्धा विशेष………. भूले नहीं हम दुर्गम,ऊँचे प्रखर,प्रस्तर,पाषाणों को, माह मई सन् निन्यानवे जिन पर खेला होली को। कारगिल केवल युद्ध नहीं,वीरों की अमर कहानी है, घाटी में लड़ा हर वीर सपूत,माँ भारत का सेनानी है। मिग-२७ संग नचिकेता,अमरीकी जेट जला गया, मातृभूमि की बलिवेदी पर,प्राणों को तिल-तिल चढ़ा … Read more