मेरी कविता गीता बन जाएगी

डॉ.चंद्रदत्त शर्मा ‘चंद्रकवि’ रोहतक (हरियाणा) ******************************************************* मेरे नयनों का कोना आषाढ बनेगा, मेरा हर आँसू भीषण बाढ़ बनेगा उस दिन शोषण का मलबा बह जाएगा, आह से अन्याय आवरण दह जाएगा। रोया नहीं मैं अब तक कितनी घातों में, सोया नहीं मैं अब तक कितनी रातों में करुणा तप्त जल तड़पती एक मीन हूँ, अंतरवेदना … Read more

हिंदी हर संबंध की चिट्ठी

डॉ.चंद्रदत्त शर्मा ‘चंद्रकवि’ रोहतक (हरियाणा) ******************************************************* हिंदी बिंदी से भाषा सुहागन हिंदी ज्ञान से विराट हर मन, हिंदी प्याला पी मदहोश सब मदहोशी को कहते जीवन। हिंदी मीरा का अमर प्याला हिंदी हल्दी घाटी का भाला, सूर में बसी कान्हा मुस्कान हिंदी तो बच्चन की है हाला। तुलसी का रामरसायन है रसखान का रस गायन … Read more

आस्था का केन्द्र गुरुग्राम का शीतला माता मंदिर

डॉ.चंद्रदत्त शर्मा ‘चंद्रकवि’ रोहतक (हरियाणा) ******************************************************* हमारे देश भारत में धर्म और आस्था का सदा ही वर्चस्व रहा है। यहां कण-कण में ईश्वर की अनुभूति की जाती है। यहां पर जब भी मानव जाति को महासंकट ने घेरा,तो कोई न कोई देवात्मा अवतरित हुई और धर्म की स्थापना की। देवताओं की पावन भूमि भारत में … Read more

माँ गरीब नहीं होती

डॉ.चंद्रदत्त शर्मा ‘चंद्रकवि’ रोहतक (हरियाणा) ******************************************************* मातृ दिवस स्पर्धा विशेष………… माँ की लोरी से बढ़कर दुनिया में गाना नहीं होता, नापे माँ के दिल की गहराई कोई पैमाना नहीं होताl जब आलीशान महलों में बेताबियां बढ़ जाती हैं, माँ की गोद-सा कोई जहां में आशियाना नहीं होताll कुरूप से कुरूप बच्चा माँ को खूबसूरत होता … Read more