जीत

डीजेंद्र कुर्रे ‘कोहिनूर’  बलौदा बाजार(छत्तीसगढ़) ******************************************************************* बहती धारा के साथ, किनारे का छोड़ हाथ। रखो यकीं खुद पर, दम तो दिखाओगे। बिना लक्ष्य के मंजिल, कैसे होगी ये हासिल। बीच मझधार में ही फँस तुम जाओगे। खेलो भावना से खेल, जीत लो लोगों के दिल। खेल अच्छा खेलकर, मान तुम पाओगे। जीत के तू झंडे … Read more

बदल रहा इंसान

डीजेंद्र कुर्रे ‘कोहिनूर’  बलौदा बाजार(छत्तीसगढ़) ******************************************************************* हर समय बदल रहा इंसान, नकारात्मक हो गए सब इंसान। समयचक्र में पिस जाता इंसान, दोष भाग्य को दे जाता इंसान। समय के आगे झुक जाता इंसान, कितना भी बड़ा हो जाए इंसान। समय पे काम करे वो इंसान, वही महान बन जाता इंसान। जो कभी नहीं रुकता इंसान, … Read more

मनाएं नव वर्ष

डीजेंद्र कुर्रे ‘कोहिनूर’  बलौदा बाजार(छत्तीसगढ़) ******************************************************************* आओ सब मिलकर, मनाएं नव वर्ष। बीती बातें भूलकर, रखें दिल में हर्षll गले लगा लो जिंदगी, खुशियां आएं द्वार। मिले सफलता आपको, सपना हो साकारll नव निर्माण कर अब, कुछ नया हो आगाज। कर नाम ऐसा ऊँचा, हो दुनिया में राजll भेदभाव को मिटाकर, प्रेम से लगा लो … Read more

शहर की ओर घूम आऊँ…

डीजेंद्र कुर्रे ‘कोहिनूर’  बलौदा बाजार(छत्तीसगढ़) ******************************************************************** ‘बड़े दिन की छुट्टी’ स्पर्धा  विशेष……… ‘बड़े दिन की छुट्टी’ है, शहर की ओर घूम आऊँ। ऊंचे-ऊंचे मकान है, लंबी सड़कें देख आऊँ। बड़े दिन की छुट्टी है, शहर की ओर घूम आऊँ। रंग-बिरंगी चुनरियाँ है, कपड़ा मार्केट देख आऊँ। बड़े दिन की छुट्टी है, शहर की ओर घूम … Read more

पुनीत कर्म करें हम

डीजेंद्र कुर्रे ‘कोहिनूर’  बलौदा बाजार(छत्तीसगढ़) ******************************************************************** सर पे टोपी हाथ में क्रिसमस, चलो सांता बनते हैं। प्रभु के जन्म दिवस पर, पुनीत कर्म हम करते हैं। बच्चों के साथ मिलकर, हँसी-ठिठोली करते हैं। खूब नाचें हम खूब गाएं, बच्चों के मन बहलाते हैं। चलो गिरजाघर जाकर, प्रभु के महिमा गाते हैं। पवित्र बाइबिल पढ़ कर, … Read more

योद्धा वीरनारायण थे

डीजेंद्र कुर्रे ‘कोहिनूर’  बलौदा बाजार(छत्तीसगढ़) ******************************************************************** सिंह गर्जना करते थे, आग लगाते थे पानी में। ऐसे शूरवीर हमारे थे, देते कुर्बानी जवानी में। नागफनी के काँटों से, कभी नहीं घबराते थे। अंग्रेजों से लोहा लेकर , तिरंगा हाथ में लहराते थे। सर पे कफन बाँध कर, हाथ में धरते भाले थे। लड़कर वे दिखा दिए, … Read more

गिद्धों को मानव क्यूँ बनाया

डीजेंद्र कुर्रे ‘कोहिनूर’  बलौदा बाजार(छत्तीसगढ़) ******************************************************************** हैदराबाद घटना-विशेष रचना……….. उस मानव पर मुझे घिन आती है, जो नारी पर गलत निगाह डालता है। अकेले बात करने की क्या औकात नहीं, चार-पाँच एक होकर गिरोह बनाता है। खुदा को भी बहुत पछतावा है, उन गिद्धों को मानव क्यूँ बनाया है ? कुकर्म की गंदगी मन में … Read more

नहीं है भविष्य प्लास्टिक में

डीजेंद्र कुर्रे ‘कोहिनूर’  बलौदा बाजार(छत्तीसगढ़) ******************************************************************* देखो धुँआ कैसे उड़ रहा, कहीं प्लास्टिक तो नहीं जल रहा। वायु मण्डल प्रदूषित हो रहा, मानव ही बीमारी से ग्रसित हो रहा। बाजार में देखो प्लास्टिक, दुकान में देखो प्लास्टिक। हर जगह बिखरा प्लास्टिक, असली दुश्मन है प्लास्टिक। प्रदूषण प्रतिदिन विकराल होता रहा, कैंसर जैसे रोग और बढ़ा … Read more

आपने पवित्र संविधान बनाया

डीजेंद्र कुर्रे ‘कोहिनूर’  बलौदा बाजार(छत्तीसगढ़) ******************************************************************** दुखों के साए में जो पला, गरीबों का जिसने किया भला। प्रताड़ना से जूझा जो, वही छुआछूत को मिटाया। जय हो भीम आम्बेडकर बाबा, आपने पवित्र संविधान बनाया॥ कानून को जिसने पढ़ा, असली शिक्षा को गढ़ा। पढ़ने का अधिकार दिया, दलित-शोषित को ऊपर उठाया। जय हो भीम आम्बेडकर बाबा, … Read more

सफर

डीजेंद्र कुर्रे ‘कोहिनूर’  बलौदा बाजार(छत्तीसगढ़) ******************************************************************** जिंदगी का ये सफर, कट रही थी यूँ डगर। रेलम-पेल थी उस रेल में, बढ़ता जा रहा था सफर। अनजान-सी उस राह में, सिर लटकाए बैठा था। सिख बाबा ने मुझको, ज्ञान की बातें बता रहा था। कोई धीमा चल रहा था, कोई तेज चल रहा था। मंजिल पाने … Read more