अब और नहीं…
प्रदीपमणि तिवारी ध्रुव भोपाली भोपाल(मध्यप्रदेश) **************************************************************************** अब और नहीं अब और नहीं, ये देश नहीं सह पायेगा। हो दुष्टों काे फाँसी सरेआम जनमानस ये लटकायेगा। अब और निर्भया काण्ड नहीं, बेटियों को अब इंसाफ़ मिले। जनमानस को सौंपें इनको,हो सज़ा न इनको माफ मिले। गद्दार दरिंदों को फाँसी, झट दो परचम लहराएगा। जब सजा मिलेगी ऐसी … Read more