दीपक जलाओ

डॉ. गायत्री शर्मा'प्रीत'कोरबा(छत्तीसगढ़)******************************************** (टैग-रचना शिल्प:२१२२ २१२२ २१२२ २१२२) छा रहा घनघोर तम दीपक जलाओ,हो गए भयभीत हम दीपक जलाओ। नेह का दीपक जलाते जगमगाते,प्रीत की हम रीत सीखे रोज गाते।भेद…

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