कल तेरी बाँह
गीता विश्वकर्मा ‘नेह’ कोरबा (छत्तीसगढ़)*************************** काव्य संग्रह हम और तुम से…. कल तेरी बाँह का संबल नहीं होने वाला,और मुझ पर तेरा आँचल नहीं होने वाला। इश्क आँखों में लिए बोल रहा है मुझको,मैं तेरे प्यार में पागल नहीं होने वाला। दिल ही दिल में हो रहा है वो परेशान बहुत,कह रहा याद में बेकल … Read more