अपनापन
संजय जैन मुम्बई(महाराष्ट्र) ******************************************** दिल के झरोखों से,प्यार झलकता हैआपकी वाणी में,अपनापन दिखता है।तभी तो आपसे निगाहें,मिलाने को मन करता हैऔर तुम्हें दिल से,अपनाने का मन करता है॥ कौन कहता है कि तुम,दिल नहीं लगा सकतेऔर किसी को अपना,बन नहीं सकते।क्योंकि दोस्तों ये,दिल का मामला हैजिसे पत्थर दिल,निभा नहीं सकते॥ फूलों की तरह सुंदर हो,दिल से … Read more