दिल की धड़कन

संजय जैन  मुम्बई(महाराष्ट्र) ******************************************** कितना मैं समझाता हूँ, अपने इस दिल को। फिर भी ये दिल, धड़के बिना रुकता नहीं। अब तुम ही बताओ, करूँ तो क्या करूँ। जिससे दिल की धड़कन, देखकर किसी को न धड़केll कहते हैं जब नजरों का, नजरों से होता है मिलन। तो दिल जोर से धड़कता है, और एक … Read more

फूल तो फूल हैं

अजय जैन ‘विकल्प’ इंदौर(मध्यप्रदेश) **************************************************************************** फूल तो फूल हैं,महकेगें ही साँझ या सवेरे, नहीं होते हैं,शायद ये इन्सानों की तरह। कट गए हों कभी वक्त के हाथों पर जिनके, उड़ भी नहीं सकते वो मेहमानों की तरह। इश्क है-अश्क है,हार,नहीं सकते भुला, नजरें फिराना मुश्किल है,अनजानों की तरह। कहते हैं खुदा बसता है,छोटी-छोटी-सी जानों में, … Read more

अमित शाह का `हिंदी प्रेम` कितना कारगर

डॉ.अरविन्द जैन भोपाल(मध्यप्रदेश) ***************************************************** -मुद्दा सरकार की इच्छाशक्ति का………. भारत देश में सात वार और नौ त्यौहार होते हैंl त्यौहार,पर्व,उत्सव में अर्थ होता है,उस दिन उसके महत्व को समझें और कुछ शिक्षा ग्रहण करेंl वैसे आजकल त्यौहार मनाना एक औपचारिकता बन चुकी हैl धार्मिक त्यौहार एक तरह की रस्मअदायगी,राष्ट्रीय पर्व पिकनिक मनाने का जरिया और … Read more

पुस्तक..

निर्मल कुमार जैन ‘नीर’  उदयपुर (राजस्थान) ************************************************************ जीवन सार- पुस्तकों में छिपा है, सुखी संसारl बड़ों का मान- पुस्तकें सिखाती है, हमें सद्ज्ञानl राह बताती- किताबें हमें सच्चा, पाठ पढ़ातीl जग विचित्र- अनजान राहों में, पुस्तक मित्रl देती संस्कार- सभी पर लुटाती, पुस्तकें प्यारl परिचय-निर्मल कुमार जैन का साहित्यिक उपनाम ‘नीर’ है। आपकी जन्म तिथि … Read more

अब तो संवैधानिक रुप से सिंहासन पर बैठाओ

मनोरमा जैन ‘पाखी’ भिंड(मध्यप्रदेश) ******************************************************************* हिंदी जानती है उसे सतत् बहते रहना है, बहते-बहते ही उसे यहाँ अक्षुण्ण रहना हैl मर जाते हैं लोग वो जो जड़ से टूटे हों, कर निज भाषा सम्मान जिंदा रहना है…ll १४ सितम्बर,हिन्दी दिवस के लिए उसके सम्मान के लिए समर्पित तारीख। भारतेंदु हरिश्चंद्र ने भी कहा है कि … Read more

इन्सानियत भुला रहे अपने भी…

संजय जैन  मुम्बई(महाराष्ट्र) ******************************************** कैसे होते हैं अपने, में तुम्हें बताता हूँ। इस जालिम दुनिया का, हाल सुनाता हूँ। बड़ा दर्द होता है तब, जब अपना ही अपनों को खा जाता है, और पता भी नहीं चल पाता है॥ हकीकत यदि जानें तो, बहुत ही शातिर होते हैं। अपनी बातों से अपनों को, ही निपटा … Read more

जीवन साथी…

निर्मल कुमार जैन ‘नीर’  उदयपुर (राजस्थान) ************************************************************ जीवन साथी- अनूठा है संगम, दिया व बाती। साथ निभाना- मेरे जीवन साथी, भूल न जाना। दुनिया दंग- जब जीवन साथी, प्रीत के संग। कभी रूठना- जीवन साथी से तो, कभी मनाना। न हो उदास- जीवन साथी पर, रख विश्वास। परिचय–निर्मल कुमार जैन का साहित्यिक उपनाम ‘नीर’ है। … Read more

हिन्दी हमारी भाषा है,इस पर अभिमान करें

राजकुमार जैन ‘राजन’ आकोला (राजस्थान) ****************************************************** हिंदी  दिवस स्पर्धा विशेष……………….. भाषा किसी भी राष्ट्र की सामाजिक एवं सांस्कृतिक धरोहर की संवाहिका होती है और भाषायी एकता से ही राष्ट्र की अखण्डता सुदृढ़ होती है। कोई भी देश अपनी स्वयं की भाषा के बिना अपने राष्ट्रीय व्यक्तित्व को मौलिक रूप से परिभाषित नहीं कर सकता। भारत की … Read more

आशा हैं ‘हिंदी’

निर्मल कुमार जैन ‘नीर’  उदयपुर (राजस्थान) ************************************************************ हिंदी  दिवस स्पर्धा विशेष……………….. देश की भाषा हिंदी है, देश की आशा हिंदी है। सवा सौ करोड़ लोगों की, अभिलाषा हिंदी है। दुनिया की हर भाषा को, अनुवाद करने का सामर्थ्य हिंदी है। भीतर की मौन पीड़ा को, सही अर्थ देने का नाम हिंदी है। निराला,बच्चन प्रेमचन्द की, … Read more

हिंदी के राष्ट्रभाषा बनने की बुनियाद कमज़ोर है क्या ?

डॉ.अरविन्द जैन भोपाल(मध्यप्रदेश) ***************************************************** हिंदी  दिवस स्पर्धा विशेष……………….. सौ बरस से अधिक समय हो गया हिंदी को राष्ट्रभाषा का अधिकार मिले,पर आज भी हिंदी सिर्फ हिंदी मानने वालों के कारण बची हैl महात्मा गाँधी ने १९१८ में अपने अध्यक्षीय भाषण में कहा था कि-“हिंदी को राष्ट्रभाषा का अधिकारी घोषित करना और दक्षिण भारत में हिंदी … Read more