घर में आई नन्हीं परी

संजय जैन  मुम्बई(महाराष्ट्र) ************************************************ मेरे घर आई एक,नन्हीं-सी परी, साथ ही खुशियां भी लाई,वो घर में अनेकl मेरे घर आई एक,नन्हीं-सी परीll दादा-दादी की,वो लाड़ली है, नाना-नानी की भी,वो दुलारी हैl मम्मी-पापा की,तो वो जान है, हल्का-सा हँसकर वो,सबको हँसाती हैl मेरे घर आई एक,नन्हीं-सी परी, साथ ही खुशियां भी लाई,वो घर में अनेकll बुआ … Read more

बेरोजगारी,मंहगाई की प्रगति बताएं प्रधानमंत्री

डॉ.अरविन्द जैन भोपाल(मध्यप्रदेश) ***************************************************** चुनाव २०१९ अपनी चरम सीमा पर है,और इस समय सब जगह भाषा की नीचता बहुत उच्चता पर हैl भाषा का स्तर इतना अधिक इतना गिर चुका है कि यह चुनाव विकास और योजनाओं पर न होकर गाली-गुफ़्ता पर होना चाहिएl गाली से मूल समस्याओं से ध्यान भटकाया जा सकता है,वैसे सब … Read more

आह्वान

क्षितिज जैन जयपुर(राजस्थान) ********************************************************** भय के भयानकतम के मध्य साहस का दीपक जलाओ तुम, विनाश की घुटन में हो निर्भय निर्माण के गीत अब गाओ तुम। जो बन गए युगों-युगों से भीरू उनको वीर आल्हे सुनाओ रे! दुर्दान्त शत्रुओं के समक्ष तुम, अपना शौर्य और बल दिखाओ रेl जहाँ फैली कल दावानल भयानक आज प्रकृति … Read more

दिल से कब मिलोगे

संजय जैन  मुम्बई(महाराष्ट्र) ************************************************ प्यार का रंग अब चढ़ाने लगा है, दिल अब मेरा भी मचलने लगा है। न जाने अब कब,मुलाकात होगी, और हमारे प्यार की शुरुआत होगीll दिल मेरा अब मचलने लगा है, प्यार के लिए,तड़फ ने लगा हैl दिल पर ज़ख़्म,इतने गहरे हैं, कि हमको,खुद मालूम नहीं। और खुदी पर,वार करते रहेll … Read more

गाँव और शहर की यादें

संजय जैन  मुम्बई(महाराष्ट्र) ************************************************ कैसे भूलूँ मैं,बचपन अपना, दिल दरिया और,समुंदर जैसा। याद जब भी आये वो पुरानी, दिल खिल जाता है बस मेराl और अतीत में खो जाता हूँl कैसे भूलूँ मैं,बचपन अपनाll क्या कहूँ उस,स्वर्ण काल को, जहां सब अपने,बनकर रहते थे। दु:ख मुझे हो तो,रोते वो सब थे, मेरी पीड़ा को,वो समझते … Read more

संवत्सर पड़वा के प्रणेता जैन सम्राट विक्रमादित्य

डॉ.अरविन्द जैन भोपाल(मध्यप्रदेश) ***************************************************** इतिहास हमेशा विवाद का विषय रहा है,और उससे हमेशा विवाद का रौद्र रूप हो जाता हैl वो तो धन्य हैं इतिहासकार और विद्वान् जिन्होंने अपनी खोज से बहुत सीमा तक अनेक विवादों को निर्विवाद कर दिया,अन्यथा संकीर्ण मानसिकता के कारण विरोध का होना स्वाभाविक होता हैl ऐसे कई उदाहरण इतिहास के … Read more

माखन चोर..

निर्मल कुमार जैन ‘नीर’  उदयपुर (राजस्थान) ************************************************************ माखन चोर- चुरा दिल राधा का… है चितचोर। सुहानी भोर- भक्त के हृदय बसे… मुकुट मोर। मुरलीधर- राधा बिन अधूरे… प्यासे अधर। सुनने पीर- कृष्णा दौड़े आते हैं… यमुना तीर। मेरे कन्हैया- मझधार में नाव… तू ही खैवेया। परिचय-निर्मल कुमार जैन का साहित्यिक उपनाम ‘नीर’ है। आपकी जन्म … Read more

आडवाणी स्वयं जिम्मेदार हैं इस हालत के लिए

डॉ.अरविन्द जैन भोपाल(मध्यप्रदेश) ***************************************************** आम स्वयं पकते हैं और पकाये भी जाते हैं। जो स्वयं पकते हैं,वे डाली से स्वयं टूट जाते हैं। उनमें मिठास भी होती है और नैसर्गिक स्वाद भी होता है,तथा दूसरे को जल्दी-जल्दी पकाये जाने के लिए उन्हें पाल में रखा जाता है,और उन्हें बार-बार देखते हैं तो उनमें कोई अधिक … Read more

अपनों से मिलन

संजय जैन  मुम्बई(महाराष्ट्र) ************************************************ मिलवाना था अपनों से, तभी तो हमें-तुम्हें इस संसार में लाया है। किये होंगे पूर्व जन्म में कुछ अच्छे कर्म हमने, तभी तो आप जैसे, यार से मिलवाया है॥ अब तो दिल-दिमाग पर, बस तेरा ही नाम रहता है। सुबह तेरे से शुरू होकर, रात तेरे पर खत्म होती है। अब … Read more

गरीबों को पाँचवी पीढ़ी ने भी पकड़ाया वही झुनझुना

अजय जैन ‘विकल्प इंदौर(मध्यप्रदेश) ******************************************************************* एक बार फिर लोकसभा के लिए चुनावी मौसम आ गया है तो दोनों प्रमुख दल जनता विशेष रूप से गरीबों को गरियाने-पटाने में लगे हैं। जहां मौजूदा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आतंक के खिलाफ उठाए गए ठोस कदमों सहित अपनी योजनाओं एवं कार्यकाल के विकास कार्यों के आधार पर मैदान में … Read more