हमें देता जीवनदान

मनोरमा जोशी ‘मनु’ इंदौर(मध्यप्रदेश)  **************************************************** ‘चिकित्सक’ की एक मुस्कान,आधे रोग का निदानचिकित्सक का हम पर,बड़ा अहसानहमें देता है जीवनदान।वो देता है खुशी और हम,लूटते हैं उनकी खुशीउनका ऐशो-आराम,परिवार के साथ बिताने,का अवसर।पहुँचते हैं वक्त-बेवक्त कभी भी,वो निभाता है अपना कर्तव्यलगती है कोई चोट ,वह पहन आता है सफेद कोट।मारने वाले से बचाने वाला बड़ा,अस्पताल में चिकित्सक … Read more

सबक सिखाएंगे

मनोरमा जोशी ‘मनु’ इंदौर(मध्यप्रदेश)  **************************************************** भारत और चीन के रिश्ते स्पर्धा विशेष……   वीरों का बलिदान व्यर्थ नजाए,अब हम सबक सिखाएंगेसंबंधों में पडी़ दरारें,कभी नहीं भर पाएंगे।सदियों की ज्वाला में तपकर ,इस माटी में पलकरबलिदान से सबके,भारत मेरा महान है।जिसने पुण्य हिमालय पर,हमला कर आँख तरेरी हैसमझो उसका महानाश है,मौत दे रही फेरी है।तड़प उठी तलवार … Read more

हरियाली जो बोते

मनोरमा जोशी ‘मनु’ इंदौर(मध्यप्रदेश)  **************************************************** धरती माता के आँचल में,हरियाली जो बोते,अमन चमन की,खुशियाली को,श्रम का बोझा ढोते।वो किसान होते,शीत-घाम-आंधी-वर्षा मेंहँसते कदम बढा़ते,खेत और खलिहानों के हीगुण गौरव ये गाते।पले धूल मिट्टी में जन्मे,इसमें ही मिल जातेअर्द्धनग्न तन भूखे रत हैं,किन्तु नहीं कुम्हलातेlअन्न देश को जुटा रहे हैं,ये किसान कहलातेलगे जूझने संघर्षों से,वे विश्राम न पाते।माँ … Read more

चैत पवनियां

मनोरमा जोशी ‘मनु’ इंदौर(मध्यप्रदेश)  **************************************************** चैत पवनियां बहती जाए, लौ बैसाख बुलायो रे ग्रीष्म हाहाकार मचाए, तन-मन तरू झुलसाए। खाली-खाली पोखर नाले, पानी बिन ज्यों खाली प्याले सूखा पन तरसाए, तन-मन तरू झुलसाए। झंझावत झकोरे खाता, लू लपटों में घिर छहराता जन-जीवन पर जाए, तन-मन तरू झुलसाए। बालू कण में नदी समाई, नाव नदी संजोग भुलाई, … Read more

वीरों में वीर महाराणा प्रताप

मनोरमा जोशी ‘मनु’  इंदौर(मध्यप्रदेश)  **************************************************** ‘महाराणा प्रताप और शौर्य’ स्पर्धा विशेष………. वीरों में वीर महाराणा प्रताप, बालपन से स्वाभिमानी थे घास की रोटी खाने वाले, वह योद्धा खुद्धारी थे। बाईस हजार की सेना ने, अस्सी हजार ललकारे थे यूँ चपल वेग से चलते थे, यमराज स्वयं बन जाते थे। जब घोड़े चेतक पर चढ़ते, क्षत-विक्षत … Read more

धैर्य

मनोरमा जोशी ‘मनु’  इंदौर(मध्यप्रदेश)  **************************************************** दु:ख आए सह लिया, बुद्धिमान का काम ज्यों धरती सहती सभी, मेह शीत या घाम। विचलित करता है नहीं, जलनिधि को तूफान शान्ति भंग करते नहीं, दु:ख में पुरूष महान। किसी परिस्थिति में कभी, मन संतुलन गंवाय धैर्य न खोते विपत्ति में, महापुरूष समुदाय। सब छूटे छोड़ दें, किन्तु न … Read more

सिमट गए हैं उज्वल रिश्ते

मनोरमा जोशी ‘मनु’  इंदौर(मध्यप्रदेश)  **************************************************** सामाजिक सम्बन्ध और दूरी स्पर्धा विशेष……….. मन की पीड़ा समझ, न पाए दुनिया सारी। सिमट गए हैं उज्वल रिश्ते, भूल गए इमानदारी। रिश्तों की झनकार में, रहीं नहीं आवाज। ईर्ष्या कपट द्वैष का, हो चुका आगाज। सच्चे अर्थों मे देखें, सबंधों में प्यार नहीं कार्यवाही के प्यार में, कार्य से अब … Read more

हे प्रभु,अब आप ही पालनहार

मनोरमा जोशी ‘मनु’  इंदौर(मध्यप्रदेश)  **************************************************** यह कैसी असहनीय पीड़ा, अब तू जा रे कोरोना। कैसा तेरा प्रहार, प्रकृति भी मौन रही निहार। सबका मन अशांत, कब होगा कहर शान्त। घर में खाने के लाले, बच्चों को कैसे पाले। सब हो रहें पस्त, मानव जीवन हो रहा अस्त-व्यस्त। सेवाभावी पुलिस,डॉक्टर, उनका भी है अपना परिवार। इस … Read more

बीता दिन अब

मनोरमा जोशी ‘मनु’  इंदौर(मध्यप्रदेश)  **************************************************** दिन गया बीत, अब सांझ गीत। जल उठे दीप, जल तृषित सीप। पंछी अधीर, बह रहा नीर। अति नियति क्रूर, अति महल दूर। हैं थकित धीर, मधु हृदय पीर॥ परिचय–श्रीमती मनोरमा जोशी का निवास मध्यप्रदेश के इंदौर जिला स्थित विजय नगर में है। आपका साहित्यिक उपनाम ‘मनु’ है। आपकी जन्मतिथि … Read more

जीवन का आधार प्रकृति

मनोरमा जोशी ‘मनु’  इंदौर(मध्यप्रदेश)  **************************************************** प्रकृति और मानव स्पर्धा विशेष…….. प्रकृति मानव जीवन का आधार, इस पर निर्भर है संसार। मनमोहक आकृति, मानव की प्रकृति इससे उपजी ढेरों फसलें, मिलता असीम उर्जा का संचार। कितने हम पर हैं उपकार, प्रकृति मानव जीवन का आधार…॥ प्रकृति मानव का घनिष्ठ संबंध, देती हमको आसरा। भूखों को तारती, … Read more