विश्वास मुश्किल है
कमल किशोर दुबे कमल भोपाल (मध्यप्रदेश) **************************************************************************** आजकल इन्सान से कुछ आस मुश्किल है। आदमी पर हो गया विश्वास मुश्किल हैl राह काँटों से भरी है,दूर मंज़िल भी, डगमगा जाएँ कदम,आभास मुश्किल है। क्रोध मत करना कभी परिवार में अपने, फिर हृदय में पा सको आवास मुश्किल है। दोस्त करता हो प्रशंसा सामने तेरे, फर्क दुश्मन-दोस्त … Read more