गाँव की पाठशाला…
डॉ.विद्यासागर कापड़ी ‘सागर’पिथौरागढ़(उत्तराखण्ड)********************************** जिस पावनतम मंदिर में जा,पथ पर चलना सीखा हमने।जीवन में नव-नव साँचों में,अविरल ढलना सीखा हमने॥ तमस चीरकर जिसने पथ पर,आखर देकर किया उजाला।वंदनीय है,पूजनीय है,गाँव की मेरी पाठशाला॥ भरा कलम में जिस माटी ने,संख्याओं का जोड़-घटाना।गुरुजी ने नित जहां सिखाया,बाधाओं को सदा हटाना॥ रोना छुड़ा,पिलाई जिसने,मुस्कानों की पावन हाला।वंदनीय है,पूजनीय है,गाँव … Read more