करें शहीदों को नमन

रश्मि लता मिश्रा बिलासपुर (छत्तीसगढ़) ****************************************************************** भगत सिंह,राजगुरु,सुखदेव, भारत की स्वतंत्रता के देव। देश की खातिर जिए सदा ही, रहे सेवा में तत्पर सदैव॥ थे वीर मस्ताने अलबेले, वार दुश्मन…

Comments Off on करें शहीदों को नमन

प्रेम से मिलते हैं…

शशांक मिश्र ‘भारती’ शाहजहांपुर(उत्तरप्रदेश) *********************************************************************************** कहीं-कहीं पर रंग मिलते हैं, कहीं पर मित्रों दिल मिलते हैं। सालों की कटुता कोई मिटाता- प्रेम का पर्व यह प्रेम से मिलते हैं॥ परिचय–शशांक…

Comments Off on प्रेम से मिलते हैं…

चैन,करार गया रे अपना

रश्मि लता मिश्रा बिलासपुर (छत्तीसगढ़) ****************************************************************** ऋतु आई वासन्ती देखो, मदमाती अलबेली हो। रंग भरी पिचकारी लेकर, लगती बड़ी रसीली हो॥ नैन कटार मीठे हैं बोल, छीन लिए दिल अनमोल।…

Comments Off on चैन,करार गया रे अपना

मिलना होली है

शशांक मिश्र ‘भारती’ शाहजहांपुर(उत्तरप्रदेश) *********************************************************************************** रंगों का मिलना होली है, हृदय मिले हमजोली है। मिलन पर्व मिला सके तो- सच का पर्व ठिठोली है॥ परिचय–शशांक मिश्र का साहित्यिक उपनाम-भारती हैl…

Comments Off on मिलना होली है

इतवार कुछ यूँ कहता है…

डॉ. वंदना मिश्र ‘मोहिनी’ इन्दौर(मध्यप्रदेश) ***************************************************************** सुबह ने कहा-कब तक सोती रहोगी ? जरा दरवाजा तो खोलो, देखो! तुम्हारे घरोंदे में धूप निकल आयी है। घर का बेतरतीब से पड़ा…

Comments Off on इतवार कुछ यूँ कहता है…

‘कोरोना’ आया

रश्मि लता मिश्रा बिलासपुर (छत्तीसगढ़) ****************************************************************** 'कोरोना' आया,कोरोना आया, चारों ओर देख हड़कम्प मचाया। चीन से न संभला,भारत भिजवाया, स्वास्थ विभाग को बड़ा झटका दिलाया। एयरपोर्ट पर मेला-सा भर आया,…

Comments Off on ‘कोरोना’ आया

रंग चढ़ने लगा

शशांक मिश्र ‘भारती’ शाहजहांपुर(उत्तरप्रदेश) *********************************************************************************** होली का रंग चढ़ने लगा है, फगुआ बसंत बढ़ने लगा है। नाचने गाने वाले निकल आये- देखो बसंत खिलने लगा है॥ परिचय–शशांक मिश्र का साहित्यिक…

Comments Off on रंग चढ़ने लगा

दर्द

डॉ. वंदना मिश्र 'मोहिनी' इन्दौर(मध्यप्रदेश) ***************************************************************** कितनी अजीब तरह से कराहती हुई चिल्ला रही है...। तभी अंदर से दादी बोली-"अरे! सुन गुड़िया इस कुत्ते को भगा,किस तरह से रो रहा…

Comments Off on दर्द

फाग का छिड़ा राग

शशांक मिश्र ‘भारती’ शाहजहांपुर(उत्तरप्रदेश) *********************************************************************************** होली के रंग मिले जब हृदय खिलने लगे, फाग का छिड़ा राग बाल युवा मचलने लगे। विविध रंगों से सजा मिलन पर्व ज्यों आया- मस्ती…

Comments Off on फाग का छिड़ा राग

भावोद्गार

रश्मि लता मिश्रा बिलासपुर (छत्तीसगढ़) ****************************************************************** सुन मन मंदिर घंटी बाजी, सुनो सखी री वह कविता है। चुन-चुन शब्द से माला साजी, सुनो सखी री वह कविता हैll हिम से…

Comments Off on भावोद्गार