अलविदा

मोनिका शर्मा मुंबई(महाराष्ट्र) ***************************************************************** कल्ब ये इंतज़ार करता था उस संध्या के आगमन का, जब फोन की घंटी बजती थी आपसी गुफ्त़गू के लिए। अफ़साने की शुरुआत बड़ी हसीन थी क्योंकि,आदिल अत्फ़ का खुमार चढ़ा था, छोटी-छोटी बातों में खुर्रम होने लगे और बिन वज़ह चेहरे पर तबस्सुम रहती। एक दिन वे जाते-जाते खत मेरे … Read more

ऐ वतन…

मोनिका शर्मा मुंबई(महाराष्ट्र) ***************************************************************** ऐ वतन अब हर साँस पर लिख दिया तेरा नाम है, तेरी हिफाजत और रक्षा करना हमारा सर्वप्रथम काम है। घोर अंधकार छाया था ब्रिटिश ने भी हुकुम चलाया था, जो दृढ़ खड़ी हुई युद्ध में और न हार उसने मानी वह वीरांगना कहलाई ‘झाँसी की रानी।` निशीथ का खौफ मिटाकर … Read more

सफलता

मोनिका शर्मा मुंबई(महाराष्ट्र) ***************************************************************** सरस्वती विद्यालय में रुक्मिणी जी का आगमन एक हिन्दी शिक्षिका के रूप में हुआ। वह छठी कक्षा को हिन्दी पढ़ाती। पहले कुछ दिनों में उन्होंने बच्चों से बातचीत कर उन्हें जाना और हर एक बच्चे को परख लिया। कक्षा के सभी बच्चे पढ़ाई में अव्वल एवं खेलकूद में भी अच्छे थे,परंतु … Read more

राष्ट्रीय संगोष्ठी में डॉ.मोनिका शर्मा सम्मानित

दिल्ली। १९ मई को हिन्दी भवन में भारत उत्थान न्यास और वागीश्वरी संस्थान द्वारा राष्ट्रीय संगोष्ठी आयोजित की गई। शिक्षा और साहित्य पर विभिन्न विद्वानों के वक्तव्यों के साथ साथ पद्मश्री रमाकांत शुक्ला ने परिष्कृत,ओजस्वी,अनुभवी और संस्कृत निष्ट वक्तव्य देकर सबको प्रफुल्लित किया। कार्यक्रम में लेखिका डॉ.मोनिका शर्मा को विशिष्ट अतिथि का सम्मान देकर सम्मानित … Read more

कभी नहीं जान पाओगे

मोनिका गौड़’मोनिका’ बीकानेर (राजस्थान ) ************************************************** मैंने जो जाना लिखा जो पहचाना लिखा, जो ना जाना,ना पहचाना वो महसूस कर लिखाl जानने,लिखने और पहचानने के बीच फिसलते रहे कुछ अनुभव, जो सिर्फ गालों पर उन्हें सूखे अश्कों में लिखाl और अपने ही हाथों से मिटा मुस्कान में लपेट कर पेश कर दिया, चाय के साथ … Read more

एक बात बोलूं

मोनिका गौड़’मोनिका’ बीकानेर (राजस्थान ) ************************************************** मेरी छोटी-छोटी ख्वाहिशें, नन्हें से तुमसे ही जुड़े प्रश्न नाजुक-सी अन्तस की बातें, जब कहती हूँ वो देखो चाँद के पास झिलमिलाता एक सितारा, गौरैया की पंख के रंग का शेड देखा तुमने! तुम्हारी ऐनक की थोड़ी-सी टेढ़ी हुई डंडी, चाय के कप में बुझे सिगरेट के टोटे तुम्हारे … Read more