सत्यार्थ का प्रकाश गांधी

एन.एल.एम. त्रिपाठी ‘पीताम्बर’  गोरखपुर(उत्तर प्रदेश) *********************************************************** अंह नहीं,हिंसा नहीं, साहस,शक्ति,शौर्य पुरूषार्थ पराक्रम की, भाषा और परिभाषा है। झुकना नहीं,टूटना नहीं, अन्तरमन की मजबूती से निकली निखरी, उत्कर्ष उर्जा से उपजी विजय मार्ग की आभा और अस्तित्व। कायर,कायरता नहीं, अस्त्र-शस्त्र सौम्यता क्षमाशीलता,दया,प्रेम,परमार्थ, द्वेष-दंभ को तोड़ता त्याग,तपस्या,बलिदान। खड़ा अगर हो सामने, काल लिए समग्र हथियार बिफर-बिखर जाता है, वह भी … Read more

आत्म बोध की आत्मा का महात्मा

एन.एल.एम. त्रिपाठी ‘पीताम्बर’  गोरखपुर(उत्तर प्रदेश) *********************************************************** द्वैष,दंभ,घृणा नहीं, युद्ध की दे दी एक नई परिभाषा। हिंसा,हत्या,घाव, छल-छदम प्रपंच नहीं मानव को मानवता से प्रेरित, बता दी एक नयी सभ्यता। गीता का भी है कहना- हिंसा,हिंसक नहीं प्रवृत्ति मानव मानवता की, यह तो पशुवत व्यवहार। गांधी,बुद्ध,महावीर में है अंतर सिर्फ इतना, महावीर का अंहिसा धर्म मार्ग, … Read more

आत्मप्रकाश गुरु नानक देव

एन.एल.एम. त्रिपाठी ‘पीताम्बर’  गोरखपुर(उत्तर प्रदेश) *********************************************************** कायनात को जब होती दरकार इंसानियत का हाकिम गुरु नानक एक नाम, नेकी नियत के रिश्तों का अलख जगाता ईश्वर के स्वर साक्षात का देता दुनिया को नया नया प्रकाशl सन चौदह सौ उनहत्तर तलवंडी एक गाँव कालू तुरूपता के दामन घर आँगन में बालक दुनिया में नाव सूर्य … Read more

बच्चे राष्ट्र की धरोहर

एन.एल.एम. त्रिपाठी ‘पीताम्बर’  गोरखपुर(उत्तर प्रदेश) *********************************************************** विश्व बाल दिवस स्पर्धा विशेष……….. वर्तमान का बच्चा भविष्य के नौजवान राष्ट्र के कर्णधार करते राष्ट्र का निर्माण, स्वस्थ शिक्षित बच्चों का समाज राष्ट्र की खुशहाली-हरियाली का चमन बहारl बच्चे राष्ट्र के गौरव गाथा की बुनियाद आधार,जहाँ ना कुपोषण हो,हर बच्चा स्वस्थ,प्रसन्न आशाओं-विश्वास की मोहक मुस्कानl शक्तिशाली समाज देश … Read more

चाँद इश्क़

एन.एल.एम. त्रिपाठी ‘पीताम्बर’  गोरखपुर(उत्तर प्रदेश) *********************************************************** चलो चाँद कुछ और बताए, हल्के हवा के झोंके मंद मधुर चाँदनी में हूर नूर का अंदाज़ बताए। चंचल चितवन शोख अदाएं, सावन का वासंती यौवन इन्सा को हुस्न हैसियत बताए। चन्दन बिजली पानी, जैसा चाँद आपका प्यार चलो चाँद इंसा की, खुशियों का चमन बहार बनाए। चाँद शरारत … Read more

पराक्रम

एन.एल.एम. त्रिपाठी ‘पीताम्बर’  गोरखपुर(उत्तर प्रदेश) *********************************************************** कारगिल विजय दिवस स्पर्धा विशेष………. पड़ जाता है मक्कारों से, जब भी पाला पता नहीं अंधेरा, कब हो जाये। निगल जाये दानव, मानवता युग सारा धोखा छल प्रपंच, शक्ति और सहारा झूठ-फरेब, द्वेष-दंभ हथियार।। नीयत का शैतान, रिश्तोें के रस में जहर घोलता। नित-नये पाखण्ड करता, अपने ही जन-जन … Read more