सत्यार्थ का प्रकाश गांधी
एन.एल.एम. त्रिपाठी ‘पीताम्बर’ गोरखपुर(उत्तर प्रदेश) *********************************************************** अंह नहीं,हिंसा नहीं, साहस,शक्ति,शौर्य पुरूषार्थ पराक्रम की, भाषा और परिभाषा है। झुकना नहीं,टूटना नहीं, अन्तरमन की मजबूती से निकली निखरी, उत्कर्ष उर्जा से उपजी विजय मार्ग की आभा और अस्तित्व। कायर,कायरता नहीं, अस्त्र-शस्त्र सौम्यता क्षमाशीलता,दया,प्रेम,परमार्थ, द्वेष-दंभ को तोड़ता त्याग,तपस्या,बलिदान। खड़ा अगर हो सामने, काल लिए समग्र हथियार बिफर-बिखर जाता है, वह भी … Read more