अब पूरा आसमां मेरा है

डॉ. रचना पांडेभिलाई(छत्तीसगढ़)*********************************************** जिस घर में मेरी किलकारियां गूंजती थी,जिस छत के नीचे मैं खेली-बड़ी हुईउसी आँगगन की यादें मुझमें बसती हैकमरे के कोने में शीशा-बिंदी अभी भी सजी हुई…

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आधे तुम-आधे हम

आदर्श पाण्डेयमुम्बई (महाराष्ट्र)******************************** कभी हम बनें,कभी तुम बनो,आधे हम बनें,आधे तुम बनो। तारे हम बनें,आसमां तुम बनो,रात हम बनें,दिन तुम बनो।कृष्ण हम बनें,राधा तुम बनो,दूल्हा हम बनें,दुल्हन तुम बनो। कभी…

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गीत खुशी के गाएंगे

डॉ.धारा बल्लभ पाण्डेय’आलोक’अल्मोड़ा(उत्तराखंड) *************************************** रचनाशिल्प:मात्रा भार-३०- यति-१६,१४-पदांत-२२२.... गीत खुशी के गाएंगे हम,मिलकर साथ निभाएंगे।जन-मन को अभिनंदन करके,सबको साथ मिलाएंगे॥ आज खुशी के अवसर पर सब,मिलजुल कर के गाएंगे।एक-दूसरे का सुख-दु:ख…

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नया सवेरा आएगा

डॉ.धारा बल्लभ पाण्डेय’आलोक’अल्मोड़ा(उत्तराखंड) *************************************** रचना शिल्प:मात्राभार-३०,यति-१६-१४,पदांत-२२२ कोरोना की बीमारी का,शीघ्र अंत हो जाएगा।दु:ख की काली घटा छँटेगी,नया सवेरा आएगा॥ भुगता है बीते वर्षों से,इसने डेरा डाला है।अब भी इसके रूप…

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लौट आई वादा करके

डॉ. रचना पांडे,भिलाई(छत्तीसगढ़)**************************************** उड़ना चाहती थीआसमान में उड़ते पंछी की तरह,आजाद आबाद बेखौफ बेफिक्रखयाल आया घोंसले में इंतजार करते,छोटे-छोटे उन नन्हें परिंदों काजो राह मे बैठे थे दाना लेकर आएगी…

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जिंदगी किराए का घर

आदर्श पाण्डेयमुम्बई (महाराष्ट्र)******************************** जिंदगी के गीत को हम गुनगुनाते हैं,मुश्किल छोटी हो या बड़ी,हम गुजारते हैं। जिंदगी मेरा सिर्फ किराए का घर है,यकीन मानो ईश्वर के हम किरायेदार हैं। ब्रह्मा…

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पुस्तक

डॉ.धारा बल्लभ पाण्डेय’आलोक’अल्मोड़ा(उत्तराखंड) ************************************************ विश्व पुस्तक दिवस स्पर्धा विशेष…… पुस्तक होती मित्र है,महिमा बड़ी महान।बढ़े मान यश कीर्ति सब,होता सबका ज्ञान॥होता सबका ज्ञान,सभ्यता है सिखलाती।देती शुभ संस्कार,सत्य पथ है दिखलाती॥पढ़…

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महारोग

डॉ.धारा बल्लभ पाण्डेय’आलोक’अल्मोड़ा(उत्तराखंड) ************************************************ रचनाशिल्प:२२११ २२११ २२११ २२ लाचार बड़ा आज महा रोग डराए।सोचे कि सभी रोग भरी मौत हराए॥संकट बहुत बड़ा इसको आज भगाएं।सारे जग में साथ सभी लोग…

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होली के रंग में

डॉ.धारा बल्लभ पाण्डेय’आलोक’अल्मोड़ा(उत्तराखंड) ************************************************ फागुन संग-जीवन रंग (होली) स्पर्धा विशेष… होली के रंग में रंग जाएं आज।चलो खेलें मिल-जुल के हम होली आज॥ कलुष कुटिलता मन से हटायें,राग-द्वेष सारे मन…

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होली

प्रज्ञा पाण्डेयउन्नाव, (उत्तर प्रदेश)*********************************** फागुन संग-जीवन रंग (होली) स्पर्धा विशेष... राधा संग खेल के होली,कान्हा प्रेम जताते हैंइन रंगों के त्यौहारों में,कान्हा खूब सताते हैं। रंगों भरे त्योहार को आज,मिलकर…

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