प्रकृति से प्यार

गरिमा पंत  लखनऊ(उत्तरप्रदेश) ********************************************************************** प्रकृति कुछ कहना चाहती है मुझसे, हवा की सरसराहट कुछ कहना चाहती है मुझसे पक्षियों की चहचहाहट कुछ कहना चाहती है मुझसे, बारिश का उल्लास वातावरण…

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दिवाली की खुशियाँ

गरिमा पंत  लखनऊ(उत्तरप्रदेश) ********************************************************************** हमने कहा प्रिय- आओ दिवाली मनाएं, खुशियों का रंग सबके चहरे पर ले आएं। दीए की लौ से हर तरफ, अँधेरा दूर भगाएं जैसे ही दिया…

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गाँधी व शास्त्री…कहाँ गए

गरिमा पंत  लखनऊ(उत्तरप्रदेश) ********************************************************************** गाँधी व शास्त्री तुम कहाँ गए, आज आपकी जरुरत फिर भारत माँ को है। हर तरफ अराजकता का बोलबाला है, आतंकवाद का बोलबाला है। न शांति…

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हिंदी अभिमान

गरिमा पंत  लखनऊ(उत्तरप्रदेश) ********************************************************************** हिंदी  दिवस स्पर्धा विशेष……………….. हिन्दी हमारी जान है, हिंदी हमारी शान है। हिंदी हमारी बोली है, फिर भी हिंदी उदास है। हिंदी हमारी चेतना है, हिंदी…

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तुम इस देश आना

गरिमा पंत  लखनऊ(उत्तरप्रदेश) ********************************************************************** कृष्ण जन्माष्टमी स्पर्धा विशेष………. तुम इस देश आना श्री कृष्ण का जन्म होगा, धरती से पाप मिटेंगे फिर से यह धरती हमारी, स्वर्ग-सी लहराएगी। बाँसुरी की…

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कारगिल विजय

गरिमा पंत  लखनऊ(उत्तरप्रदेश) ********************************************************************** कारगिल विजय दिवस स्पर्धा विशेष………. हम आज जो चैन से सोते हैं, भारत माँ के सपूत रोते हैं। हर माँ धन्य हो गई तुम्हें पाकर, कई…

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परिवर्तन

गरिमा पंत  लखनऊ(उत्तरप्रदेश) ********************************************************************** हाँ,वह कहते हैं परिवर्तन आएगा, विचारों में परिवर्तन आएगा भारत में स्वच्छता पर लोग काम करेंगे, जो कड़ियां टूट गई,उनको जोड़ा जाएगा... हाँ,वह कहते हैं परिवर्तन…

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स्त्री

गरिमा पंत  लखनऊ(उत्तरप्रदेश) ********************************************************************** मैं स्त्री हूँ, इसलिए हर सुख-दु:ख सहती हूँ भगवान ने मुझे सहनशील बनाया है, इसलिए सबकी डांट सुनती हूँ क्योंकि,मैं स्त्री हूँ। मुझसे सारी अपेक्षाएं रखी…

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शरणार्थी

गरिमा पंत  लखनऊ(उत्तरप्रदेश) ********************************************************************** अंतरराष्ट्रीय शरणार्थी दिवस विशेष……….. मैं शरणार्थी हूँ, तेरे दर पर आया हूँ थोड़ी सी जगह दे दो, यह विनती करता हूँ। मेरा घर-द्वार छूट गया, मैं…

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पेड़ और पानी की कहानी

गरिमा पंत  लखनऊ(उत्तरप्रदेश) ********************************************************************** पर्यावरण दिवस विशेष.............. पेड़ ने पानी से कहा- एक दिन हमारा अस्तित्व समाप्त हो जाएगा, न पानी रहेगा पेड़ों में देने को... न पड़े रहेंगे हरियाली…

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