कुल पृष्ठ दर्शन : 336

You are currently viewing स्त्री

स्त्री

गरिमा पंत 
लखनऊ(उत्तरप्रदेश)

**********************************************************************

मैं स्त्री हूँ,
इसलिए हर सुख-दु:ख सहती हूँ
भगवान ने मुझे सहनशील बनाया है,
इसलिए सबकी डांट सुनती हूँ
क्योंकि,मैं स्त्री हूँ।

मुझसे सारी अपेक्षाएं रखी जाती है,
जिसे पूरा करना मेरा फर्ज है
अगर कोई गलती कर दूं तो,
मुझे उलाहना मिलता है
क्योंकि,मैं स्त्री हूँ।

कोई तकलीफ घर पर आ जाए तो,
हिम्मत कर दीया मैं जलाती हूँ
मुझ पर कोई परेशानी आ जाए तो,
किसी को नहीं बताती हूँ
क्योंकि,मैं स्त्री हूँ।

मैं तुम्हारी बातों में बहुत जल्दी आ जाती हूँ,
क्योंकि,मैं तुमसे बहुत प्यार करती हूँl
तुम इस बात का गलत फायदा उठाना चाहते हो,
और मुझ पर गुस्सा करते हो…
क्योंकि,मैं स्त्री हूँll

परिचय-गरिमा पंत की जन्म तारीख-२६ अप्रैल १९७४ और जन्म स्थान देवरिया है। वर्तमान में लखनऊ में ही स्थाई निवास है। हिंदी-अंग्रेजी भाषा जानने वाली गरिमा पंत का संबंध उत्तर प्रदेश राज्य से है। शिक्षा-एम.बी.ए.और कार्यक्षेत्र-नौकरी(अध्यापिका)है। सामाजिक गतिविधि में सक्रिय गरिमा पंत की कई रचनाएँ समाचार पत्रों में छपी हैं। २००९ में किताब ‘स्वाति की बूंदें’ का प्रकाशन हुआ है। ब्लाग पर भी सक्रिय हैं।

Leave a Reply