जै जै जै अम्बे मातु भवानी

एन.एल.एम. त्रिपाठी ‘पीताम्बर’  गोरखपुर(उत्तर प्रदेश) *********************************************************** जै जै जै अम्बे मातु भवानी, माँ दुर्गा जग कल्याणी! जै जै जै अम्बे मातु भवानी, माँ दुर्गा जग कल्याणी!! मनोकामना की तू माता,ममता का आँचल, वात्सल्य की मूरत-सूरत,महिमा की माता रानी! जै जै जै अम्बे मातु भवानी, माँ दुर्गा जग कल्याणी!! दुष्ट विनाशक भय भंजक माँ शेरों वाली, … Read more

सिमटी जिंदगी

एन.एल.एम. त्रिपाठी ‘पीताम्बर’  गोरखपुर(उत्तर प्रदेश) *********************************************************** क्या कहें कि ना कहें जिंदगी बता, रिश्तों के इस जहां में खोजता है एक रिश्ताl दुनिया की भीड़ रिश्तों के इस जहां में, ख्वाबों चाहतों सी दौड़ती है जिंदगी तन्हाll गम-ख़ुशी की जिंदगी, मुश्किल पल दो पल यकीन, याराना क्या करूँ कि ना करूँ जिंदगी, बता जिंदगी को … Read more

माँ तू मेरी भगवान

एन.एल.एम. त्रिपाठी ‘पीताम्बर’  गोरखपुर(उत्तर प्रदेश) *********************************************************** मातृ दिवस स्पर्धा विशेष………… माँ मैं जब तेरी कोख आया, तूने मेरे आने की खुशियों में अपने अरमानों से दुनिया में मेरी राह को सजाया, तू जननी है मेरी मेरे कर्मों की धुरी धन्य है। जब मैं दुनिया में आया तूने अपनी आँखों के काजल से, मेरी नज़र उतारी … Read more

सूरज कैसा..

एन.एल.एम. त्रिपाठी ‘पीताम्बर’  गोरखपुर(उत्तर प्रदेश) *********************************************************** ऐ मुसाफिर जाग, ज़रा देख आज सूरज कैसा, सुर्ख रूतबा कहीं कहीं घने कोहरे में रुसवा, उड़ती धूल में कहीं धुंध जैसा॥ तल्ख़ तूफ़ान का कायल कहीं, कहीं गर्म हवाओं की हस्ती जैसा॥ सर्द बर्फ बादलों में दिन का उजाला, चाँदनी जैसा॥ देख ऐ मुसाफिर, आज सूरज मौसम अंदाज … Read more

न आए तुम…

एन.एल.एम. त्रिपाठी ‘पीताम्बर’  गोरखपुर(उत्तर प्रदेश) *********************************************************** तमाम उम्र हाय तमाम उम्र, गुजार दी मैंने तेरे ही इंतज़ार में, ओये न आये तुम। ओये न आये तुम, लम्हों बहार में॥ ख्वाबों की हकीकत, के दस्तक से दिल में तेरे दिल में, मुहब्बत बिखेरता हर सुबह-शाम तेरे ही इंतज़ार में॥ तन्हा ज़िन्दगी के कोई शिकवा गिला नहीं, … Read more

मुलाकात

एन.एल.एम. त्रिपाठी ‘पीताम्बर’  गोरखपुर(उत्तर प्रदेश) *********************************************************** ख्वाबों ख्वाहिशों आरजू की मुलाक़ात, खामोश जुबां उम्मीद की कशमकश का लम्हा। तकदीर की कशिश, लफ़्ज़ों अन्दाज़ की बात॥ सवाल-जवाब इजहार अरमान की तल्खी, बा-वफा खौफ से घायल॥ कभी सुकूं के आसमाँ में बादल से हालात, फासले जज्बात हौंसले, मकसदों के पैगाम के कायल। सूरज शाम के, आगोश की … Read more

प्यार लाया हूँ

एन.एल.एम. त्रिपाठी ‘पीताम्बर’  गोरखपुर(उत्तर प्रदेश) *********************************************************** जमाने की दुआओं का तोहफा साथ लाया हूँ, कोई रंजो-रश्को गम नहीं, दुनिया का प्यार लाया हूँ। गुजरे वक्त में, दर्द दिल को खुशियाँ हज़ार लाया हूँ। मैं तो जिन्दगी की मंजिलों की उड़ान हूँ, मुश्किल जिन्दगी के दौर के जालिम जमाने में, जिन्दगी का नया अंदाज लाया हूँ। … Read more

बेटी

एन.एल.एम. त्रिपाठी ‘पीताम्बर’  गोरखपुर(उत्तर प्रदेश) *********************************************************** ‘अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस’ स्पर्धा विशेष………………… बेटी हम सबका नाज है, अरमान है उम्मीद है… हमारे मान का विश्वास है। माँ की कोख में लड़ती सदा, खुद के अस्तित्व की खातिर… जीवन के पथ में योद्धा महान है। पैदा हुई माँ को ताना, किशोरा में समाज को जवानी में दुनिया … Read more