हिन्दी भाषा

वन्दना पुणताम्बेकर इंदौर (मध्यप्रदेश) ******************************************************* हिंदी  दिवस स्पर्धा विशेष……………….. विस्तार करें हम जन-जन तक, हिन्दी भाषा का। हिन्दी पढ़ें-बढ़ें, कदम-कदम पर मिले ज्ञान हिन्दी। भारत की बुलंदियों पर रोशन हो, बच्चों सीखें हिन्दी। भूल रही है, हिन्दी भाषा को नई पीढ़ी अब। जागृति फैलाकर सब, मिलकर घर-घर में विस्तार करें। हिन्दी भाषा का, विस्तार करें … Read more

कृष्ण

वन्दना पुणताम्बेकर इंदौर (मध्यप्रदेश) ******************************************************* जन्माष्टमी विशेष………. कृष्ण एक तुम ही थे, जिसने राधा के दर्द को समझा। राम मर्यादा पुरुषोत्तम कहलाये, पर सीता की पीर को ना समझ पाये। मीरा की पीर भी किसी ने ना जानी, वह भी तो थी,कृष्ण की दीवानी। लक्ष्मण को भाया भाई का साथ, ऊर्वशी की तड़प उन्होंने कहाँ … Read more

ऋतुराज

वन्दना पुणताम्बेकर इंदौर (मध्यप्रदेश) ******************************************************* गीत गुनगुनाये सांझ ढलते-ढलते मंद ध्वनि तरंगें। खिला गुल-गुलशन खुशबू बिखरी मंद मौसम हुआ मलन्द। भीगी यादें कुछ मन तरंगों में भूली-सी बातें। बरखा महकी धरा उन्मुक्त घिरा गगन सुखद पुरवाई हरीतिमा। परिचय: वन्दना पुणतांबेकर का स्थाई निवास मध्यप्रदेश के इंदौर में है। इनका जन्म स्थान ग्वालियर(म.प्र.)और जन्म तारीख ५ सितम्बर … Read more

समाजसेवा

वन्दना पुणताम्बेकर इंदौर (मध्यप्रदेश) ******************************************************* सारा हॉल लोगों से भरा हुआ था। संभ्रांत परिवारों की महिलाओं द्वारा सामाजिक उत्सव मनाया जा रहा था। पीछे किसी प्रतिष्ठित संस्था का बैनर लगा था। पूरे हॉल में रौनक बिखरी पड़ी थी। उच्च परिवार की कुछ महिलाएं पर जमकर नाच रही थी। चंदा देकर अधिकारी बने लोग आगे की … Read more

सोच

वन्दना पुणताम्बेकर इंदौर (मध्यप्रदेश) ******************************************************* गरीब सोहन की फुटपाथ पर मोची की एक दुकान थी। सारा दिन धूप में बैठकर जूते सुधारता। इसी से उसकी रोजी-रोटी चलती। वहां बैठे-बैठे शहर के सारे नजारे देखता रहता। आए दिन देखता रहता कि शहर की दीवारों पर बड़े-बड़े पोस्टर लगते रहते। कभी किसी चुनावी दौर के नेताओं के,तो … Read more

यादों का पिटारा

वन्दना पुणताम्बेकर इंदौर (मध्यप्रदेश) ******************************************************* यादों का पिटारा पुराना वो पुरानी खाट,वो चाची की डांट। वो बात-बात पर पापा की, की बातें मोटी-मोटी। वो माँ के हाथों की चोटी, वो पापा की खरी-खोटी। वो दादी के हाथ का अचार, वो रिश्तों से महकी छोटी-सी खोली। वो अपनो के रिश्तों की महक, वो माँ,चाची की चूड़ियों … Read more

बेस्ट फ्रेंड

वन्दना पुणताम्बेकर इंदौर (मध्यप्रदेश) ******************************************************* ८ साल का चीनू अक्सर गर्मी की छुट्टियों में अपने दादाजी के यहां रहने आता। दादाजी तो मानो उसके बेस्ट फ्रेंड हैं,उन्हें भी बड़ी बेसब्री से चीनू का इंतजार रहता। दादाजी फौज में अफसर थे,तो पॉश कॉलोनी में उनका बड़ा-सा मकान था। चीनू अपनी माँ के साथ एक छोटे-से शहर … Read more

हमारी वसुंधरा

वन्दना पुणताम्बेकर इंदौर (मध्यप्रदेश) ******************************************************* विश्व धरा दिवस स्पर्धा विशेष……… सम्मान करो,तुम वसुंधरा का, जिसने हमको जीवनदान दिया है। मत भूलो तुम उसके ऋण को जिसने वायु-प्राण दिया है, सम्मान करो…॥ जल रही अंगारों से वसुधा, अब इसे बचाना है, अपनी सुन्दर वसुंधरा को। फिर से हरा बनाना है, सम्मान करो…॥ इसी पावन वसुंधरा पर, … Read more

धड़कन

वन्दना पुणताम्बेकर इंदौर (मध्यप्रदेश) ******************************************************* नौ महीनों का दर्द सहकर एक नया अंकुर खिलाती, उस गुंजन के कलरव से वह खुशियों से वह झूम जाती। उस खुशी का एहसास क्या होता…, एक माँ से पूछो॥ ममता की छाँव में अपने नौनिलो को लोरी की तान सुनाकर, मन विभोर करती फिर उस सूनी गोद का दर्द … Read more