बेवफा

रश्मि लता मिश्रा बिलासपुर (छत्तीसगढ़) ****************************************************************** बेवफा मुझको बता रहे हो, अपनी कहो क्या छुपा रहे हो। मेरी वफाओं को भूल कर के, जहर यह कैसा पिला रहे हो। इंतहा की हद हो गई थी, कह कर गए थे कल आ रहे हो। बेवफा कहना आसा बहुत है, अपनी वफा क्या निभा रहे हो। बेवफा … Read more

करवा चौथ

रश्मि लता मिश्रा बिलासपुर (छत्तीसगढ़) ****************************************************************** करवा चौथ मनाती सुहागन, सलामत रहे कहे रब से रे साजन। कार्तिक महीने का चंदा यह प्यारा, छलनी से देखा चाँद दोबारा। करनी तसल्ली अब पूजा करूंगी, व्रत का अपने परायण करूंगी। पिन्नी का भोग चाँद को लगाया, सुनाई कहानी पियूंगी अब पानी। आज सिंगार में कमी नहीं है, … Read more

साहित्य की भूमिका और हिंदी

रश्मि लता मिश्रा बिलासपुर (छत्तीसगढ़) ****************************************************************** हिंदी  दिवस स्पर्धा विशेष……………….. हिंदी भाषा के विकास हेतु साहित्य की समृद्वि आवश्यक है,क्योंकि साहित्य समाज का दर्पण है,तो जाहिर है कि जब से समाज का अस्तित्व इस दुनिया में है तभी से साहित्य का भी। डॉ. हरदेव बाहरी के अनुसार-“साहित्य की भूमिका प्राचीन वैदिक काल से चली आ … Read more

बादल बरसे

रश्मि लता मिश्रा बिलासपुर (छत्तीसगढ़) ****************************************************************** बूंदों की रिमझिम के समय, ये बादल बरसे,बादल बरसे। आती थी बस काली घटाएं, कई दिनों तक खूब यह तरसे, मोरों ने जब नाच दिखाया इंद्र देव का मन भर माया, तब जाकर के बादल बरसे। सूर्य देव ने कृपा दिखाई, सागर जी से टेर लगाईl उड़ी लहर जब … Read more

तेरी मोहिनी मूरत

रश्मि लता मिश्रा बिलासपुर (छत्तीसगढ़) ****************************************************************** तेरी मोहिनी मूरत भायी मुझे, तेरी साँवली सूरत भायी मुझे। बस गए श्याम मेरे नैनन में, छवि बस गयी देखो रे मन में। तेरा मोर मुकुट कुण्डल सुंदर, है भाल तिलक,मुरली है अधर। है प्यारी अदा बांकी चितवन में, पनघट भटकूँ गलियन भटकूँ। छुप गए हो किस वन कानन … Read more

ले लो बधाई

रश्मि लता मिश्रा बिलासपुर (छत्तीसगढ़) ****************************************************************** कृष्ण जन्माष्टमी स्पर्धा विशेष………. नंद के नन्दन,जग के वन्दन, आये आधी रात,अष्टमी वाली नक्षत्र रोहिणी घिरी अंधियारी। बादल ऐसे बरस रहे थे, इंद्रदेव ज्यों गरज रहे थे। यमुना माता थीं उफान पर, लहरें नाचे तांडव तान पर। ऐसे में जब कैद देवकी, कंस की पहरेदारी में। प्रगट हुए मोहन … Read more

ये दुआ है मेरी

रश्मि लता मिश्रा बिलासपुर (छत्तीसगढ़) ****************************************************************** आबाद रहे दुनिया तेरी ये दुआ है मेरी, यूँ हो रब की रहमत मिलें सदा चमन की कलियाँ, न हो काँटो की सहर ये दुआ है मेरी। तेरे जीवन रूपी सियाही के अल्फ़ाज़छीन तुझसे, खुशियों की सौंप दूँ सौगात मैं तुझे, खुदा की इतनी रहे मेहर ये दुआ है … Read more

शहीदों के मंदिर

रश्मि लता मिश्रा बिलासपुर (छत्तीसगढ़) ****************************************************************** कारगिल विजय दिवस स्पर्धा विशेष………. शहीदों के मंदिर बनाया करो, बलिदान उनके ना जाया करो। नहीं देता कोई भीख भी मांगने से, दिए प्राण कुछ तो लजाया करो। दिवाली हम सब मनाए मजे से, खेलें खून से होली समझाया करो। ओढ़ के सोए हम रजाई पे रजाई, ठिठुरे वे … Read more

खेल का खुमार

रश्मि लता मिश्रा बिलासपुर (छत्तीसगढ़) ****************************************************************** वर्ल्ड कप क्रिकेट का, छाया हुआ खुमार है हर क्रिकेट प्रेमी राष्ट्र हेतु, करे जीत की मनुहार है। प्रशंसकों की तालियाँ, बढ़ा रहीं उत्साह। खिलाड़ियों के हौंसले हैं, दर्शकों की चाह। सब अपनी-अपनी टीम हेतु, दुआ करते नज़र आते लगते हैं छक्के तो, खुशी से झूम जाते। क्रिकेट की … Read more

विचारणीय दिवस

रश्मि लता मिश्रा बिलासपुर (छत्तीसगढ़) ****************************************************************** अंतरराष्ट्रीय शरणार्थी दिवस विशेष……….. जरूरत आन पड़ी ऐसी भी, दिवस अंतरराष्ट्रीय शरणार्थी मनाया जाए… वैश्विक स्तर पर,उपाय सुझाया जाए। यू.यन.एच.सी. रिपोर्ट कहती, प्रभावित विकासशील देश हैं होते… रोहिंग्या मुस्लिम देखो अपनी पहचान को हैं रोते। सीरिया में छिड़ी जो जंग, बेघर हुए हजार,तिब्बत के शरणार्थी की भी सुन लो … Read more