सुख के दिन
रीता अरोड़ा ‘जय हिन्द हाथरसी’दिल्ली(भारत)************************************************ ‘सुख के दिन’ तो तब आएँगे जब हम सब सत्कर्म करेंगे,कर्म के साथ-साथ पूजा,दान-पुण्य स्वधर्म समझेंगे। बुरे दिन तब टल जाएँगे सुख के दिन तेरा इंतजार करेंगे,भाग्य भरोसे मत बैठो मानुष सुख-चैन कभी न मिलेंगे। चाहत रखता सुख के दिन की,तो मात-पिता की सेवा कर ले,जन्मदाता को भूल गया सबसे … Read more