किससे करें फरियाद..

संजय जैन  मुम्बई(महाराष्ट्र) ******************************************** करें फरियाद हम किससे, सभी तो एक जैसे हैं। जब रक्षक बन जाए भक्षक, तो फिर किससे करें फरियाद। कितना कुछ बदल गया, हुए जबसे हम होशियार। पहले की तरह वो आत्मीयता, नहीं बची अब घरों में॥ सबके सब लूटने को, बैठे हैं तैयार यहां पर। नीयत ऐसी हो रही, हमारे … Read more

पहचान बनो

संजय जैन  मुम्बई(महाराष्ट्र) ******************************************** स्वंय के काम करके, बनो स्वावलम्बी तुम। तभी जिंदगी महकेगी, स्वंय के किए कार्यों से। जो तुमने किए हैं कार्य, वो सारी दुनिया देखेगी। उन्हीं कामों से तुम्हें, मरणोपरांत याद किया जाएगा॥ ये ऐसा युग है लोगों, जहाँ कोई किसी का नहीं। सभी अपने स्वार्थ में, सदा लिप्त रहते हैं। तो … Read more

समय

संजय गुप्ता  ‘देवेश’  उदयपुर(राजस्थान) ******************************************************************** समय महाबलवान है,दिखाता ही है अपना असर, कोशिश कुछ भी कर लो उजागर करेगा कोई कसर यह एक जीवन भी तेरा,बंधा है समय की साँसों में- समय यह एक अविनाशी है,सतत है यह हर पहर। समयचक्र गतिशील है,बदलता रहता घर हर पल, जैसे ससुराल को गौरी चली,छोड के अपना पीहर … Read more

सुन लो मेरी प्रार्थना…

संजय जैन  मुम्बई(महाराष्ट्र) ******************************************** मंदिर मस्जिद और, गुरुद्वारा में गए। श्रध्दा से सिर को, झुकाया वहां पर। और की प्रार्थना, सामने उनके बैठकर। हे प्रभु सुन लो, अरज मेरी तुम। और दे दो वरदान, अमन-चैन से रहने का। ताकि खुश रह सकें, अब देशवासी जन॥ कितनी बेचैनी मची है, लोगों के परिवार में। डर का … Read more

क्या कमाल है

संजय गुप्ता  ‘देवेश’  उदयपुर(राजस्थान) ******************************************************************** उनके जुबां पर रहता जो बातों का जाल है ये उनकी शखसियत,दिमाग का कमाल है, अब उनकी उलझनों से,मेरा क्या है वास्ता- मेरे जहन में तो उनके गेसूओं का जंजाल है। हर किसी में नहीं होती है यह काबिलियत होंठों के बीच रखकर,चला ले ये खंजर, शिकार को ना खौफ,शिकारी … Read more

सपनों में भी,दिखने लगे हैं

संजय जैन  मुम्बई(महाराष्ट्र) ******************************************** मुझे मजा आता है, तेरे चेहरे को देखना। दिल खिलता जाता है, तुम्हें मुस्कराते देख कर। पता नहीं ये क्या है, पर धड़कनें बढ़ा देता है। और दिल में प्यार को, निश्चित जगा देता है॥ सपनों में भी अब, वो दिखने लगे हैं। सोते-जागते भी सामने, वो ही वो दिखते हैं। … Read more

भारत से है अब भगाना

संजय जैन  मुम्बई(महाराष्ट्र) ******************************************** को को को से क्या रोना, ना ना ना किसी से है मिलना। अपने घरों में बस है रहना, फिर ‘कोरोना’ से क्या है डरना॥ रोग कुछ ऐसा है आया, कोई इसे समझ न पाया। दवा न इसकी बना कोई पाया, डॉक्टरों ने दूरी का उपाय बताया॥ अब सबको मिल कर … Read more

जो खुद से ही डरा है

संजय गुप्ता  ‘देवेश’  उदयपुर(राजस्थान) ******************************************************************** मैंने अपने दर्द का इलाज खुद ही करा है अपना एक प्याला,अपने हाथ से भरा है, मुझे मालूम है,मेरे इस दर्द की हकीकत- जख्म है जो जिगर पर,मुद्दत से हरा है। मयखाने में गया था देखने हाल साकी का, वो भी नशे में खुद ही,बेसुध-सा पड़ा है, मुझे कहता था … Read more

कैसे भूल जाऊँ..

संजय जैन  मुम्बई(महाराष्ट्र) ******************************************** हाँ,मोहब्बत है मुझे, अपनी तन्हाई से। जो तुम्हारे करीब, ले आती है। और प्यार के सागर में, डुबा देती है। जहाँ हम अपने को, जन्नत में पाते हैं॥ हाँ,मोहब्बत है मुझे, उन ख्वाबों से। जो रोज नींद में, तुम दिखाते हो। और अपने पास, हमें बुलाते हो। और स्नेह-प्यार से, हमें … Read more

कोई गुनाह थोड़े ही किया

संजय गुप्ता  ‘देवेश’  उदयपुर(राजस्थान) ******************************************************************** अरे मैंने यह कोई,गुनाह थोड़े ही किया है घर के मंदिर का दीया देहरी पर रख दिया है, आरती करता रहा हूँ मैं,रोज अपने ही घर में- आज इन्सान के भले हेतु यह जतन किया है। सूरज-चाँद बिना भी,कटा है सफर अंधेरों में एक जुगनू ने ही तब रास्ता ये … Read more