नन्हीं किरण

मदन गोपाल शाक्य ‘प्रकाश’फर्रुखाबाद (उत्तर प्रदेश)************************************** सूर्य से निकली,नन्हीं किरण,देती जो बदल,है पर्यावरण। भोर भुरारे की छवि न्यारी,दिन में दिनकर धूप प्यारी। करते रौनक न्यारी न्यारी,भोर दोपहरी शाम सुखारी। सूर्य…

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