दिल में है ख़ुदा तो राम भी है
शिखा सिंह ‘प्रज्ञा’लखनऊ (उत्तरप्रदेश)************************************** मेरी ग़ज़लों में नया आयाम भी है,इनके जरिए प्यार का पैग़ाम भी है। खो चुके हैं देख लो हम इस जहां में,ढूंढना खुद को हमारा काम भी है। मैं गिरफ़्तारे मुहब्बत हो गई हूँ,प्यार का सर पर मेरे इल्ज़ाम भी है। अम्न के यूँ तो पुजारी सब हैं लेकिन,जिस तरफ़ भी … Read more