कोहरा

डॉ. आशा गुप्ता ‘श्रेया’जमशेदपुर (झारखण्ड)******************************************* अनेक रूपों में दिखेछाए है कोहरा,शीत ऋतु दिखाएमौसम का है कोहरा,कोहरा होय धुंध नभ तकपथ पर या जीवन पर,आभास का दामन पकड़बढे़ चले पथ राही,सूझता कब है कैसेकहीं ठोकर पत्थर-सा,कहीं अनजान बने राहकहीं ठिठकन-सा,क्या है सुख या प्रलयकोहरे के पार सोच,दीपक जला राहआलोकित कहाँ होता। हृदय पटल पे ना छाएनकारात्मकता … Read more

प्रकृति पूजन ‘सरहुल’

डॉ. आशा गुप्ता ‘श्रेया’जमशेदपुर (झारखण्ड)******************************************* सज गई है वसुन्धरा कर शुभ सोलह श्रृंगार,खिले वन में नारंगी पलाश बड़े साल कचनारचहुँ दिशाएं सुरभित वन खेत घर औ आँगन,आया ‘सरहुल’ प्रकृति पूजन का है त्यौहार। पर्यावरण सुरक्षा औ सजगता का ये त्योहार,सुगंधित सरई फूलों से सजे केश झूमर दुलारसरहुल की शोभा बढ़ाती है मांदर की थाप,पूजा करे … Read more

बसंत एक उमंग

डॉ. आशा गुप्ता ‘श्रेया’जमशेदपुर (झारखण्ड)******************************************* वसंत पंचमी स्पर्धा विशेष ….. प्रात: गुनगुनाती धूप में चाय की प्याली के संग जब मैंने दिवाकर को अपनी सुनहली किरणों के साथ धीमे-धीमे आकाश में ऊपर उठते देखा,एक अदभुत अनुभूति अंतरंग को जैसे छू सी गई। सुनो जी,मधुऋतु आ गई,कितना सुखद लग रहा है न। हाँ आ तो गई … Read more

सृजन वरदान

डॉ. आशा गुप्ता ‘श्रेया’जमशेदपुर (झारखण्ड)******************************************* मानव को है प्रकृति ने,अद्भुत दान दियासृजन का अनुपम,उपहार दिया।बीज से सृजन,मानव का सुंदर रुप,मात-पिता को नाम दिया।सृजन है पाककला,जिह्वा को जो स्वाद मिला।लेखक-कवि ने शब्दों से छंद रचा,भावों का संवाद किया।ताम्रपत्रों से बढ़ कर,कागज पन्नों पर रंग सजा।कभी नए आविष्कार किए।और मोबाइल युग ऐसा,बिना मिले ही हाल दिया।वैज्ञानिक करते … Read more

नूतन वर्ष है नया द्वार

डॉ. आशा गुप्ता ‘श्रेया’जमशेदपुर (झारखण्ड)******************************************* नूतन वर्ष है ये नया द्वार,चहूँ ओर फैला है उल्लासआज जगे हर हृदय विश्वास,सुखद स्वप्न औ दृढ़ संकल्प।जगे आस सुख का विस्तार… बिसारे पीड़ा और उलझन,संसार विकल जाए ‘कोरोना’ना हो दु:ख विपदा का दंश,सुरक्षित जन संसार सफल।जगे आस सुख का विस्तार… है सोच नई हो निर्माण नई,नई सुबह है परिवर्तन … Read more

चाँदनी बरसे,नैना जी तरसे

डॉ. आशा गुप्ता ‘श्रेया’जमशेदपुर (झारखण्ड)******************************************* शरद पूर्णिमा स्पर्धा विशेष….. शरद पूर्णिमा का सुंदर चंदा,आलोकित करता है आकाशओ चंदा श्वेत छवि तुम्हारी,हृदय में अद्भुत भाव जगाए।चाँदनी बरसे नैना जी तरसे,पिया मिलन का राग सुनाएहर माह पूनम का चंदा प्यारा,शरद ऋतु कृष्णा को भाए।छिडे़ बांसुरी धुन पे होये रास,राधा प्रियतमा नृत्य है शोभतप्रीत रीत के छंद जगाये … Read more

गौरव हैं आप मानवता के

डॉ. आशा गुप्ता ‘श्रेया’जमशेदपुर (झारखण्ड)******************************************* गांधी जयंती विशेष………….. किसने जाना था!कि सत्य के प्रतीक बन जाओगे अहिंसा के मसीहा,भारत की तकदीर बन जाओगे। किसने समझा था कभी,एक दुबली-सी काया बदल देगी भारत का स्वरुप,गुलामी की जंजीरों को तोड़ देगा उपवासों के वार से,दे जाओगेहिंद को आजादी का दिनमान। हमने पाया था तुम्हें,भारत के भाल परश्वेत चाँद का रूप … Read more

कृष्ण कन्हैया

डॉ. आशा गुप्ता ‘श्रेया’जमशेदपुर (झारखण्ड)******************************************* जन्माष्टमी विशेष…….. हे मधुसुदन हे कान्हा हे साँवरे,तुम्हरी छवि पे जनजन मोहितनुपूर सुनहरे लुभावे मनके जड़े,पीताम्बर वसन सुशोभित प्यारीजन्म लियो मुस्काये हितकारी,कृष्णा कन्हैया मोहन गिरधारी। तुम्हरी बाँसुरी मधुर तान लय,अद्भुत प्रेम रस से मोहित करतेधुन सुन हुई राधा प्यारी बावरी,प्रकृति के हर जड़-चेतन तुम्हींहरि तुम हो गोपाल गोविंद मुरारी,कृष्णा कन्हैया … Read more

भूख

डॉ. आशा गुप्ता ‘श्रेया’ जमशेदपुर (झारखण्ड) ******************************************* माँ चूल्हे पर खदकाती, पानी की भाप उडा़ती संतान की भूख मिटाने को, आँसू अपने छिपाती। अन्न का दाना नहीं, और बेकारी फैली ऐसी कहर लगता फैला जहर, महामारी की है भीषण मार। सहता जूझता लड़ता मानव, दर्द भीतर शक्ति है जोड़ता देख विकल मजदूर समाज, कार्य नहीं … Read more

प्रभुजी,किनारा कीजे

डॉ. आशा गुप्ता ‘श्रेया’ जमशेदपुर (झारखण्ड) ******************************************* विपदा घडी़ है जीवन का ह्रास, आशीष मिले हो जीवन भरपूर हाथ जोडे़ सदा कृपा ही कीजे, प्रभुजी कोविद महामारी का किनारा कीजे। स्नेह दया सेवा कर्म जनमन दीजे, अधर पे उदासीआँखों में पीडा़ शांति कहाँ जन हर जन से डरे, प्रभु जी कोविद महामारी का किनारा कीजे। … Read more