ओढ़ तिरंगा तेरी गोदी में…

ऋचा सिन्हानवी मुंबई(महाराष्ट्र)************************* गणतंत्र दिवस स्पर्धा विशेष………. वर्दी पहन बारूद लपेट कर,खुद को धन्य मैं पाता हूँदेश की माटी को मल कर,भारत माँ का सपूत कहलाता हूँl जिस माँ ने जन्म दिया,उसका मैं आभारी हूँफिर भारत माँ को सौंप दिया,उसका मैं आज्ञाकारी हूँl सजा कर कफ़न माथे पर,निकल पड़ा हूँ अब तो मैंमातृभूमि की रक्षा … Read more

सही राह चुनना पथिक

ऋचा सिन्हानवी मुंबई(महाराष्ट्र)************************* एक राह पर चलना पथिक,मंज़िल सही चुनना पथिकआगे चल दो राह मिलेंगी,एक सही एक ग़लत पथिक।एक पथ है जहाँ घास अधिक,एक पथ है मैदान अधिकये अंतर्द्वंदता मन का,कौन राह जाए पथिक।सही राह चुनना पथिक… जहाँ घास है,चला ना कोई,जहाँ मैदान वहाँ चले अनेकया तो खुद की राह बना,या भीड़ संग एक हो … Read more

शहादत का त्यौहार

काजल सिन्हा  इन्दौर(मध्यप्रदेश) ************************************************************************* कारगिल विजय दिवस स्पर्धा विशेष………. जब माँ की आँखें सजल हों, नौनिहालों की वाणी में जोश हो धुँए का रंग केसरिया हो, और मिट्टी का कण-कण निहाल हो- तो समझना ये त्यौहार है। शहादत का त्यौहार है… जब जन-गण-मन की सुरीली तान हो, वीरांगनाओं के सर पे सफेद ओढ़नी की शान … Read more

घर बनाना बच्चों,मकान नहीं

काजल सिन्हा इन्दौर(मध्यप्रदेश) ************************************************************************* घर बनाना बच्चों,पर मकान नहीं, बारादरी इतनी लंबी ना बनाना कि हम हँसें तो तुम सुन ना सकोl घर बनाना बच्चों… दरो-दीवार इतनी सख्त ना बनाना, कि हमारे कहकहे दब जाएंl घर बनाना बच्चों… आँगन ऐसा बनाना कि साथ बैठ पाएं, हाथों में एक-दूसरे का हाथ रख पाएl घर बनाना बच्चों… … Read more