ट्रम्प की टोपी में मोर पंख और बिच्छू…

डॉ.वेदप्रताप वैदिकगुड़गांव (दिल्ली) ************************************************************** पिछले दिनों में अमेरिका एक बार उठ गया और एक बार गिर गया। वह उठा तब,जबकि इस्राइल और संयुक्त अरब अमीरात (यू.ए.ई.) में समझौता हो गया और वह गिरा तब,जबकि सुरक्षा परिषद में वह ईरान के विरुद्ध बुरी तरह से पछाड़ खा गया। इस्राइल की स्थापना १९४८ में हुई,लेकिन पश्चिम एशिया के … Read more

कश्मीर:हालात पैदा करें कि आतंकवाद खत्म हो और पंडितों की वापसी हो

डॉ.वेदप्रताप वैदिकगुड़गांव (दिल्ली) ********************************************************************** कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री डाॅ. फारुक अब्दुल्ला ने गजब की बात कह दी है। उन्होंने कश्मीर के पंडितोें की वापसी का स्वागत किया है। कश्मीर से ३० साल पहले लगभग६-७ लाख पंडित लोग भागकर देश के कई प्रांतों में रहने लगे थे। अब तो कश्मीर के बाहर इनकी दूसरी और तीसरी पीढ़ी … Read more

मजदूरों की राहत बढ़ाएं

डॉ.वेदप्रताप वैदिकगुड़गांव (दिल्ली) ********************************************************************** तालाबंदी के दौरान जो करोड़ों मजदूर अपने गाँवों में लौट गए थे,उन्हें रोजगार देने के लिए सरकार ने महात्मा गांधी रोजगार योजना (मनरेगा) में जान डाल दी थी। सरकार ने लगभग साढ़े ४ करोड़ परिवारों की दाल-रोटी का इंतजाम कर दिया था,लेकिन इस योजना की ३ बड़ी सीमाएं हैं। एक तो यह … Read more

भारत और चीन अब आगे की सुध लें

डॉ.वेदप्रताप वैदिकगुड़गांव (दिल्ली) ********************************************************************** भारत और चीन के कोर कमांडरों की बैठक में दोनों पक्षों ने अपनी-अपनी सेनाओं को पीछे हटाने पर सहमति व्यक्त की है। यह बैठक १०-११ घंटे तक चली। बैठक में क्या-क्या बातें तय हुई हैं,यह अभी विस्तार से पता नहीं चला है। कौन कितना पीछे हटेगा,कहां-कहां से हटेगा,हटने के बाद दोनों सेनाओं … Read more

अब नई दुनिया गढ़े भारत

डॉ.वेदप्रताप वैदिकगुड़गांव (दिल्ली) ********************************************************************** भारत ८ साल बाद फिर आठवीं बार सुरक्षा परिषद का सदस्य चुन लिया गया है। यह सदस्यता २ साल की होती है। सुरक्षा परिषद में कुल १५ सदस्य हैं। उनमें से ५-अमेरिका, रुस,चीन,ब्रिटेन और फ्रांस स्थायी सदस्य हैं। इनमें से प्रत्येक को ‘निषेधाधिकार'(वीटो) का अधिकार है। शेष १० अस्थायी सदस्य किसी भी … Read more

कोरोना:जीना-मरना,दोनों मुहाल

डॉ.वेदप्रताप वैदिकगुड़गांव (दिल्ली) ********************************************************************** ‘कोरोना’ का संकट भी क्या गजब का संकट है। इसने लोगों का जीना और मरना,दोनों मुहाल कर दिए हैं। दुनिया के दूसरे मुल्कों के मुकाबले भारत में कोरोना बहुत वीभत्स नहीं हुआ है लेकिन इन दिनों जिस रफ्तार से वह बढ़ा चला जा रहा है,वह किसी भी सरकार के होश फाख्ता करने … Read more

चीन:बहिष्कार बड़ी तरकीब से धीरे-धीरे किया जाए

डॉ.वेदप्रताप वैदिकगुड़गांव (दिल्ली) ********************************************************************** इस सवाल का दो-टूक जवाब देना आसान नहीं है कि चीनी माल का हम लोग बहिष्कार करें या न करें। जबसे लद्दाख में भारतीय और चीनी सेनाएं एक दूसरे के आमने-सामने आ खड़ी हुईं हैं,देश के कई संगठन,कई नेता,कई बाबा और कई लाला लोग मांग कर रहे हैं कि भारत सरकार चीन … Read more

‘नाकाम’ पाक द्वारा भारत-विरोधी २ फर्जी मुद्दे

डॉ.वेदप्रताप वैदिकगुड़गांव (दिल्ली) ********************************************************************** ‘कोरोना’ के इस भयंकर संकट के दौर में पाकिस्तान की इमरान खान सरकार को पता नहीं क्या हो गया है! पाकिस्तानी जनता की कोरोना से रक्षा करने में अपनी नाकामी को छुपाने के लिए क्या उसे इस वक्त यही हथियार हाथ लगा है ? उसने भारत-विरोधी २ कदम उठाए हैं। एक तो … Read more

प्रवासी मजदूरों की दुविधा

डॉ.वेदप्रताप वैदिकगुड़गांव (दिल्ली) ********************************************************************** उत्तरप्रदेश सरकार ने प्रवासी मजदूरों के लिए कुछ ऐसी घोषणाएं की हैं,जो अगर लागू हो गईं तो अपने गाँव वापस लौटे मजदूरों का काफी भला हो जाएगा लेकिन उसका दूसरा पहलू यह भी है कि वे अगर शहरों की तरफ वापस नहीं लौटे तो भारत के उद्योग-धंधे ठप्प हो सकते हैं। माना … Read more

भारत में २ हिंदुस्तान…

डॉ.वेदप्रताप वैदिक गुड़गांव (दिल्ली)  ********************************************************************** `कोरोना` के इन ५५ दिनों में २ हिंदुस्तान साफ-साफ दिख रहे हैं। एक हिंदुस्तान वह है,जो सचमुच कोरोना का दंश भुगत रहा है और दूसरा वह है,जो कोरोना को घर में छिपकर टी.वी. के पर्दों पर देख रहा है। क्या आपने कभी सुना कि,आपके किसी रिश्तेदार या किसी निकट मित्र … Read more