हिंदी दिवस:अंग्रेजी मिटाओ नहीं,सिर्फ हटाओ

डॉ.वेदप्रताप वैदिकगुड़गांव (दिल्ली) ********************************************************** भारत सरकार को हिंदी दिवस मनाते-मनाते ७० साल हो गए लेकिन कोई हमें बताए कि सरकारी काम-काज या जन-जीवन में हिंदी क्या एक कदम भी आगे बढ़ी ? इसका मूल कारण यह है कि हमारे नेता नौकरशाहों के नौकर हैं। वे दावा करते हैं कि वे जनता के नौकर हैं। चुनावों के … Read more

अर्थ-संकट के बादल

डॉ.वेदप्रताप वैदिकगुड़गांव (दिल्ली) ********************************************************** भारत की अर्थ-व्यवस्था अब अनर्थ-व्यवस्था बनती जा रही है। इससे बड़ा अनर्थ क्या होगा कि,सारी दुनिया में सबसे ज्यादा गिरावट भारत की अर्थ-व्यवस्था में हुई है। कोरोना की महामारी से दुनिया के महाशक्ति राष्ट्रों के भी होश ठिकाने लगा दिए हैं,लेकिन उनके सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में १०-१५ प्रतिशत से ज्यादा की … Read more

हिरण पर क्यों लादें घास ?

डॉ.वेदप्रताप वैदिकगुड़गांव (दिल्ली) ********************************************************** आंध्र प्रदेश की सरकार ने पिछले साल अपने सारे विद्यालयों में पढ़ाई का माध्यम अंग्रेजी कर देने का फैसला किया और विधानसभा ने उस पर मुहर लगा दी। भाजपा ने इसका विरोध किया और उसके २ नेताओं ने उच्च न्यायालय में याचिका लगा दी। उच्च न्या. ने इस अंग्रेजी को थोपने के … Read more

जातिय नहीं,शैक्षणिक आरक्षण दें

डॉ.वेदप्रताप वैदिकगुड़गांव (दिल्ली) ************************************************************** सर्वोच्च न्यायालय ने एक बार फिर जातिय आरक्षण के औचित्य पर प्रश्न-चिन्ह लगा दिया है। ५ जजों की इस पीठ ने अपनी ही अदालत द्वारा २००४ में दिए गए उस फैसले पर पुनर्विचार की मांग की है,जिसमें कहा गया था कि आरक्षण के अंदर (किसी खास समूह को) आरक्षण देना अनुचित है … Read more

हिंदी:अंग्रेजी भाषा का नहीं-वर्चस्व का विरोध जरुरी

डॉ.वेदप्रताप वैदिकगुड़गांव (दिल्ली) ************************************************************** आयुष मंत्रालय के सचिव राजेश कोटेचा ने बर्र के छत्ते में हाथ डाल दिया है। द्रमुक की नेता कनिमोझी ने मांग की है कि,सरकार उन्हें तुरंत मुअत्तिल करे,क्योंकि उन्होंने कहा था कि जो उनका भाषण हिंदी में नहीं सुनना चाहे,वह बाहर चला जाए। वे देश के आयुर्वेदिक वैद्यों और प्राकृतिक चिकित्सकों को … Read more

ट्रम्प की टोपी में मोर पंख और बिच्छू…

डॉ.वेदप्रताप वैदिकगुड़गांव (दिल्ली) ************************************************************** पिछले दिनों में अमेरिका एक बार उठ गया और एक बार गिर गया। वह उठा तब,जबकि इस्राइल और संयुक्त अरब अमीरात (यू.ए.ई.) में समझौता हो गया और वह गिरा तब,जबकि सुरक्षा परिषद में वह ईरान के विरुद्ध बुरी तरह से पछाड़ खा गया। इस्राइल की स्थापना १९४८ में हुई,लेकिन पश्चिम एशिया के … Read more

बेटियां हकदार,लेकिन मुश्किलें

डॉ.वेदप्रताप वैदिकगुड़गांव (दिल्ली) ********************************************************************** सर्वोच्च न्यायालय के ताजा फैसले ने देश की बेटियों को अपने पिता की संपत्ति में बराबरी का हकदार बना दिया है। अदालत के पुराने फैसले रद्द हो गए हैं,जिनमें कई किंतु-परंतु लगाकर बेटियों को अपनी पैतृक संपत्ति का अधिकार दिया गया था। मिताक्षरा पद्धति या हिंदू कानून में यह माना जाता है … Read more

राम पर प्रमं का अद्भुत भाषण,लेकिन…

डॉ.वेदप्रताप वैदिकगुड़गांव (दिल्ली) ********************************************************************** अयोध्या में राम मंदिर के भव्य भूमि-पूजन का कार्यक्रम अद्भुत रहा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण में जैसा पांडित्य प्रकट हुआ है,वह विलक्षण ही है। किसी नेता के मुँह से पिछले ६०-७० साल में राम और रामायण पर इतना सारगर्भित भाषण नहीं सुना। मोदी ने भारतीय भाषाओं में राम के बारे में … Read more

अंग्रेजी पढ़ाई को स्वैच्छिक क्यों नहीं किया…कुछ प्रश्न

डॉ.वेदप्रताप वैदिकगुड़गांव (दिल्ली) ********************************************************************** नई शिक्षा नीति-२०२०………. नई शिक्षा नीति का सबसे पहले तो इसलिए स्वागत है कि उसमें मानव-संसाधन मंत्रालय को शिक्षा मंत्रालय नाम दे दिया गया। मनुष्य को ‘संसाधन’ कहना तो शुद्ध मूर्खता थी। नरेंद्र मोदी सरकार को बधाई कि उसने इस मंत्रालय का खोया नाम लौटा दिया।पिछले ७३ वर्षों में भारत ने २ … Read more

इसी में पाकिस्तान का भला

डॉ.वेदप्रताप वैदिकगुड़गांव (दिल्ली) ********************************************************************** दक्षिण एशिया में आतंकी गतिविधियों पर संयुक्त राष्ट्र संघ की जो २६ वीं रपट आई है,उस पर सबसे ज्यादा ध्यान पाकिस्तान की इमरान सरकार का जाना चाहिए,क्योंकि इससे पता चलता है कि दुनिया में आतंकवाद का कोई गढ़ है तो वह पाकिस्तान ही है। पाकिस्तान में अल-कायदा और ‘इस्लामिक स्टेट’ के दफ्तर … Read more