देखो आए कृष्ण कन्हैया

उमेशचन्द यादवबलिया (उत्तरप्रदेश) **************************************** जन्माष्टमी विशेष….. द्वापर युग सब करे पुजैया,सुखमय चलती जीवन नैयाधूमधाम से शादी कर दूं,सोचने लगा देवकी का भैया। वासुदेव से हुई सगाई,दुल्हन चली घर हुई विदाईआकाशवाणी दी तभी सुनाई,कंस तेरी अब खैर ना भाई। आठवाँ पुत्र देवकी का सुन लो,काल तेरा-राह नेकी की चुन लोभड़क गया तब अत्याचारी,तोड़ दी मर्यादा सारी। देवकी … Read more

सब लूटो,विश्वास नहीं

उमेशचन्द यादवबलिया (उत्तरप्रदेश) *************************************************** मन की बात बताना चाहूँ,बोलूँ ना ही सुनी-कही,आप-बीती मैं रचूँ कहानी,सब लूटो-विश्वास नहीं।एक बार विश्वास जो टूटा,माने ना किसी की कही,मत बहको स्वार्थ में प्यारे,चलो राह जो हो सही।सच का साथी बनो जगत में,झूठ ना बोलो बात कहीं,लूटो ज्ञान विवेक ओ प्यारे,भरोसे का भंडार नहीं।आँख मूंद जो करे भरोसा,तोड़ना अच्छी बात नहीं,भोलेपन … Read more

अब वो बातें नहीं रही

उमेशचन्द यादवबलिया (उत्तरप्रदेश) *************************************************** पहले होती थीं मन की बातें,कट जाती थीं दु:ख की रातें।आया समय,अब लोग स्वार्थी हो गए,मैं ही जग कर क्या करुँ,सब मुँह फिराए सो गए।आओ दिल की बात बताऊँ,बुजुर्ग जो हमसे कह गए,बढ़ गए सबसे आगे जग में वे,जो सत्य राह पर रह गए।मन में घमंड तुम कभी न करना,घमंडी की दुनिया … Read more

मैं भी पढ़ने जाता था

उमेशचन्द यादवबलिया (उत्तरप्रदेश) ************************************* मेरा विद्यार्थी जीवन स्पर्धा विशेष …….. मन भाए बचपन की यादें,मन के राग मैं गाता था,बचपन मेरा बड़ा निराला,मैं भी पढ़ने जाता था। अच्छा लगता मित्रों के संग में,कागज की नाव चलाता था,बचपन मेरा बड़ा निराला,मैं भी पढ़ने जाता था। पहले तो मन लगा नहीं था,रोते इधर-उधर भग जाता था,बचपन मेरा बड़ा … Read more

अतुलनीय पिता जी

उमेशचन्द यादवबलिया (उत्तरप्रदेश) ************************************ ‘पिता का प्रेम, पसीना और हम’ स्पर्धा विशेष….. आओ मेरे प्यारे मित्रों,दिल की बात बताता हूँ,पिता जी मेरे परम हितैषी,गाथा उनकी गाता हूँ।करतब उनका लिख ना पाऊँ,माथा मैं नवाता हूँ,आओ मेरे प्यारे मित्रों,दिल की बात बताता हूँ॥ अगर पिता जी कहीं भी जाते,खाली हाथ ना आते थे,फल या मिठाई जो भी होता,घर … Read more

सुखद अनुभव

उमेशचन्द यादवबलिया (उत्तरप्रदेश) ***************************************** ‘कोरोना’ महामारी की वजह से पूरी दुनिया में तबाही मची हुई है। अधिकांश लोग बेरोजगार हो गए हैं,मैं भी इसी श्रेणी में हूँ। मैं अपने गाँव में परिवार और मित्रों के साथ जीवन व्यतीत कर रहा हूँ। एक दिन की बात है। घर बैठे-बैठे ऊब रहा था तो सोचा कि चलो खेतों … Read more

भारी पड़ गया पैसा

उमेशचन्द यादवबलिया (उत्तरप्रदेश) *************************************************** पैसे की जरूरत पड़े तो,क्या हाल है भैया…?काम निकल गया सारा जब तो,तू काहे का भैया…? बिन काम लोग बात ना करते,रिश्ते-नाते ताक पर धरते।पैसे अगर नहीं दिए तो,रिश्तों का ये खून हैं करते॥ कहे ‘उमेश’ कि समझ ना आए,मानव इतना क्यों गिर जाए ?बचपन में जो घुल-मिल खाए,होते युवा सब क्यों … Read more

दुनिया बड़ी खुदगर्ज़

उमेशचन्द यादवबलिया (उत्तरप्रदेश) *************************************************** अकेले आये हैं और अकेले जाना है,तो अकेले जीने में क्या हर्ज़ है ?हम तो अंश तेरे हैं भगवन,ये दुनिया बड़ी खुदगर्ज़ है॥ चाहा था कि करुँ कुछ और,जिसमें कि गरिमा हमारी है।पर असफलता झलक रही भरपूर,क्योंकि कलिकाल अब भारी है॥ जिसको देखो दौलत का भूखा,सबकी अब मति गई मारी है!केशव! सबको … Read more

राही मेरा नाम

उमेशचन्द यादवबलिया (उत्तरप्रदेश) ****************************************** जीवन पथ पर आगे बढ़ना,मंजिल उँची हरदम चढ़नानई तकनीकी अपनी गढ़ना,अंगारों पर हँसकर चढ़नालाचारों के आँसू पढ़ना,यही हमारा काम है।मत पूछो कोई नाम हमारा-राही मेरा नाम है॥ गिर कर उठना,उठ कर गिरनाअविराम यात्रा तुम करना,जब तक मंजिल मिले ना साथीठंडी आहें कभी ना भरना,चलना मेरा काम है।मत पूछो कोई नाम हमारा-राही मेरा … Read more

मंजिल दूर नहीं

उमेशचन्द यादवबलिया (उत्तरप्रदेश) ****************************************** हुए सफल ना एक बार तो,बार-बार प्रयास करोमन में हर्ष उल्लास लिए,नया-नया अभियान करोlनव जोश नव उमंगें भर के,चलो,होना तुम मजबूर नहींहँसते-खेलते चलो मुसाफिर,अब मंजिल दूर नहींll हौंसले रखो ऐसे कि,तूफानों को मोड़ देबुलंद करो खुद को ऐसे कि,पर्वत भी रास्ता छोड़ देlवीर वही कहलाते हैं जो,कभी हुए हैं चकनाचूर नहींहँसते-खेलते चलो … Read more