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जो करते प्यार क़ुदरत से,वही इंसान अच्छे-डॉ. मिश्र

प्रयाग (उप्र)।

‘विश्व पर्यावरण दिवस’ के उपलक्ष्य में आनलाइन परिचर्चा एवं काव्य गोष्ठी का आयोजन एवं संयोजन डॉ. नीलिमा मिश्रा द्वारा इलाहाबाद महिला साहित्यकार मंच के तत्वावधान में किया गया। मुख्य अतिथि पर्यावरणविद डॉ. समाज शेखर, शायर कुँवर कुसुमेश( लखनऊ) और विशिष्ट अतिथि डॉ. संगीता पाण्डेय ( एमिटी विश्वविद्यालय)रहीं। इसमें डॉ. नीलिमा मिश्रा ने कहा -जो करते प्यार क़ुदरत से,वही अच्छे इंसान अच्छे।
इस कार्यक्रम का शुभारम्भ ऋतन्धरा मिश्रा की वाणी वंदना से हुआ। अतिथियों ने माँ वीणापाणी के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्ज्वलन किया। मुख्य अतिथि डॉ. समाज शेखर ने पर्यावरण के संरक्षण पर प्रकाश डाला और किस प्रकार विभिन्न जल स्रोतों का पुनरुद्धार सम्भव हुआ,पर वीडियो भी दिखाया। डॉ. संगीता ने जैव विविधता और मानव जीवन के महत्व पर परिचर्चा की। उमेश श्रीवास्तव (सम्पादक)ने पर्यावरण संरक्षण पर विचार प्रस्तुत किए। रचना सक्सेना ने कविता ‘दे रही संकेत प्रकृति इस युग के विनाश का’ सुनाकर मंत्र मुग्ध कर दिया। डॉ. अर्चना पाण्डेय,डॉ. पूर्णिमा मालवीय,रवि शंकर विद्यार्थी सहित कुँवर कुसुमेश एवं डॉ. मिश्रा ने काव्य पाठ किया। रवि शंकर विद्यार्थी ने सबको सम्मान-पत्र से विभूषित किया। धन्यवाद ज्ञापन रचना सक्सेना ने दिया

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