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आसमां, मुझे सुकून दे

डॉ.अशोक
पटना(बिहार)
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अपनी आँखों को थोड़ा,
नम कर मुझे सुकून दे
बदहाली पर रो रही हूँ,
मन में खुशियाँ भर दें।

जमाने पर हम क्या विश्वास करें,
इच्छा है तो खुशहाली दे
गुलशन मुरझाने लगा है,
थोड़ी ही, पर हरियाली दे दे।

नज़र कुछ साफ़ करने में,
हौंसले बुलंद करने में मदद दे दे
वक्त कुछ बेपरवाह है बना हुआ,
थोड़ा ही सही, बस रास्ता दे दे।

ऐ आसमां तू बता दे कि,
क्या खता हुई है मुझसे यहां
मेरी जिन्दगी में अब कुछ भी नहीं है,
रूखसत के वक्त तो वजह बता दे।

दर-दर भटक रहा हूँ,
कुछ उम्मीद नहीं बची हुई है यहां
कुछ तो मदद कर मेरी यहां,
नहीं तो मुझे ख़ुशी-ख़ुशी रूखसत कर दे।

ऐ आसमां तू अब बता दे कि,
कहां छिपा है चाँद-सा चेहरा मेरा
यही मदद कर बस यहां,
अब तो मेरी हैसियत बता दे।

न ख्वाहिशें बची हैं न बुलन्द हौंसले,
सब कुछ यूँ ही परवान चढ़ गया
अब बस तुमसे उम्मीद है एक,
खूब लग रही है आस अब तुझसे।

आँखें पथरा गई है बस इंतजार में,
सुकून की बाट जोह रहा हूँ यहां
मददगार बनने से रोकता है क्या तुझे कोई,
बस मुझे तू इतना बता दे।

सर्दियों की आहटें सुनाई देने लगी है,
तेरी मदद की मिन्नतें लगातार बढ़ रही यहां।
मुश्किल वक्त में तन्हां रहने से बचाकर,
मेरी कुछ तो मदद कर यहां।

ऐ आसमां अब तू ही बता,
इस कायनात में रहने के लिए क्या करना है
तेरी इनायत रहेगी अगर मुझ पर यहां,
तभी मैं खैरियत में रहूंगा यहां।

ऐ आसमां, मेरा चाँद गुम हो गया है,
उसके छिपने की जगह तो बता दे।
मेरे मकसूद पर इतनी तो इनायत कर,
आज बस उसका सिर्फ पता बता दे॥

परिचय–पटना (बिहार) में निवासरत डॉ.अशोक कुमार शर्मा कविता, लेख, लघुकथा व बाल कहानी लिखते हैं। आप डॉ.अशोक के नाम से रचना कर्म में सक्रिय हैं। शिक्षा एम.काम., एम.ए.(अंग्रेजी, राजनीति शास्त्र, अर्थशास्त्र, हिंदी, इतिहास, लोक प्रशासन व ग्रामीण विकास) सहित एलएलबी, एलएलएम, एमबीए, सीएआईआईबी व पीएच.-डी.(रांची) है। अपर आयुक्त (प्रशासन) पद से सेवानिवृत्त डॉ. शर्मा द्वारा लिखित कई लघुकथा और कविता संग्रह प्रकाशित हुए हैं, जिसमें-क्षितिज, गुलदस्ता, रजनीगंधा (लघुकथा) आदि हैं। अमलतास, शेफालिका, गुलमोहर, चंद्रमलिका, नीलकमल एवं अपराजिता (लघुकथा संग्रह) आदि प्रकाशन में है। ऐसे ही ५ बाल कहानी (पक्षियों की एकता की शक्ति, चिंटू लोमड़ी की चालाकी एवं रियान कौवा की झूठी चाल आदि) प्रकाशित हो चुकी है। आपने सम्मान के रूप में अंतराष्ट्रीय हिंदी साहित्य मंच द्वारा काव्य क्षेत्र में तीसरा, लेखन क्षेत्र में प्रथम, पांचवां व आठवां स्थान प्राप्त किया है। प्रदेश एवं राष्ट्रीय स्तर के कई अखबारों में आपकी रचनाएं प्रकाशित हुई हैं।

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