बबीता प्रजापति ‘वाणी’
झाँसी (उत्तरप्रदेश)
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शिक्षक दिवस विशेष…
कच्ची माटी को आकार दिया,
गुरु ने ज्ञान का भंडार दिया
स्वप्न किसी का साकार किया,
गुरु का जन ने आभार किया
कृतज्ञ गुरु के जन-जग सारे,
एकलव्य की निष्ठा पुकारे
सर्वस्व ज्ञान जो शिष्य पे वारे,
गुरु ही लाते जीवन में उजियारे।
जब-जब आई,
जीवन में कठिनाई
गुरु आपकी सीख सदा,
मेरे काम आई।
गुरुजी हम करते हैं,
आपका हृदय से आभार।
नीरस जीवन को आपने,
सिखाया प्रेम समर्पण सदाचार॥