सपना सी.पी. साहू ‘स्वप्निल’
इंदौर (मध्यप्रदेश )
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धनवंतरी की पूजा,
कोई न दे स्वास्थ दूजा
ले सुधाकलश प्रकटे,
विष्णु अवतार है।
निरोगी हो तन-मन,
आरंभ पर्व उमंग
लक्ष्मी का करें स्वागत,
भरती भंडार है।
धन से मिले सम्मान,
वस्तुएं बढ़ाती मान
त्रयोदशी लें बर्तन ,
क्रय का त्योहार है।
चौमुखी दीप जलाओ,
घर-आँगन सजाओ
बाजार उमड़ी भीड़,
आनंद बहार है।
यम को हो दीपदान,
पूजे व्यापारी सामान
शुभ-लाभ हेतु पूजा,
स्वप्न हो साकार है॥