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नफ़रत छोड़ो, प्यार लुटाओ

डॉ.अशोक
पटना(बिहार)
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आज़ ज़िन्दगी तेरे हैं खूब सपने,
हम सब रहें, करें खूब प्यार
ज़िन्दगी में है बस थोड़ी देरी,
फिर क्यों हम सब करें तकरार।

नफ़रत छोड़ो, प्यार लुटाओ,
सबमें उन्नत भाव जगाओ
घर-घर से आ रही पुकार,
नफ़रत छोड़, हम करें प्यार।

भाव-भंगिमा रखें सब मिलकर,
सहिष्णुता और प्यार को भरकर
बैर भाव को दूर भगाओ,
नफ़रत छोड़ो, प्यार लुटाओ।

मित्र सखा संग खूब खाओ पियो,
घर-घर में खुशहाली लाओ
थोड़ी-थोड़ी बातें भूलकर,
घर में खुशहाली का दीप जलाओ।

बैर-शत्रुता को करो खत्म तुम,
मित्रता का खूब पाठ पढाओ
पंथ-धर्म का भेदभाव छोड़कर,
सबमें खुशियाँ दें उन्हें हँसाओ।

पास-पड़ोस हों या निकट सम्बन्धी,
सबमें खुशियों का दीप जलाओ
वक्त-वक्त पर सही दिशा में आगे बढ़ना,
उन्हें सदैव यह सीख सिखाओ।

रात-दिन हों या किसी मोड़ पर,
हम सब यहां खेलें प्रेम का खेल
सबसे मिलकर यहां एक मत होकर,
खुशियों से भर दें मिलकर मेल।

घर परिवार व समाज रिश्तेदार,
सबसे मिलकर हम खेलें प्यार का खेल।
ज़िन्दगी की नहीं है लम्बी दूरी,
मिलकर हमेशा रहें यह मेल।

घर परिवार में रहें खूब यहां मिलकर,
नहीं हो कभी यहां वैमनस्य व शत्रुता
सबके हृदय में बसकर रहें यहां सदैव,
कभी नहीं दिखें कोई दुःख की रीता।

हम सब समर्पण संग रहें सब मिलकर,
नहीं हो आपसी मतभेद व मत भिन्नता
संस्कार भारती का रूप अपनाकर हमें,
करनी होगी दूर सबके बीच की शत्रुता।

‘नफ़रत छोड़ो प्यार लुटाओ’ यह एक सन्देश बने,
जनमानस में खुशहाली लाने का यह प्रिय आदेश बने।
विश्व शांति और समृद्धि में यह होगा उन्नत उपचार,
हम सब मिलकर रहें यहां और करें यहां सब लोगों से प्यार॥

परिचय–पटना(बिहार) में निवासरत डॉ.अशोक कुमार शर्मा कविता,लेख,लघुकथा व बाल कहानी लिखते हैं। आप डॉ.अशोक के नाम से रचना कर्म में सक्रिय हैं। शिक्षा एम.काम.,एम.ए.(राजनीति शास्त्र,अर्थशास्त्र, हिंदी,इतिहास,लोक प्रशासन एवं ग्रामीण विकास) सहित एलएलबी,एलएलएम,सीएआईआईबी, एमबीए व पीएच-डी.(रांची) है। अपर आयुक्त (प्रशासन)पद से सेवानिवृत्त डॉ. शर्मा द्वारा लिखित अनेक लघुकथा और कविता संग्रह प्रकाशित हुए हैं,जिसमें-क्षितिज,गुलदस्ता, रजनीगंधा (लघुकथा संग्रह) आदि है। अमलतास,शेफालीका,गुलमोहर, चंद्रमलिका,नीलकमल एवं अपराजिता (लघुकथा संग्रह) आदि प्रकाशन में है। ऐसे ही ५ बाल कहानी (पक्षियों की एकता की शक्ति,चिंटू लोमड़ी की चालाकी एवं रियान कौवा की झूठी चाल आदि) प्रकाशित हो चुकी है। आपने सम्मान के रूप में अंतराष्ट्रीय हिंदी साहित्य मंच द्वारा काव्य क्षेत्र में तीसरा,लेखन क्षेत्र में प्रथम,पांचवां,आठवां स्थान प्राप्त किया है। प्रदेश एवं राष्ट्रीय स्तर के अखबारों में आपकी रचनाएं प्रकाशित हुई हैं।

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